ICMR-खोले जा सकते हैं प्राइमरी स्कूल, 6 से 17 साल के आधे से ज्यादा बच्चों में मिली एंटीबॉडी

नई दिल्ली : ICMR द्वारा विभिन्न राज्यों के जिलों में अपना सर्वे किया गया था, उसका परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया. उनकी रिपोर्ट के मुताबिक देश की 67% जनसंख्या में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी डेवलप हो चुके हैं और अच्छी बात ये है की इनमे से ज्यादातर बच्चे है.

ICMR के डायरेक्टर डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि अब स्कूलों को खोला जा सकता है. वैसे भी कोरोना से खतरा बड़े लोगों को ज्यादा है. छोटे बच्चों को इससे ज्यादा खतरा नहीं हैं, क्योंकि उनमे पहले से ही एंटीबॉडी मौजूद हैं. वैसे भी यूरोप के काफी स्कूलों को तों कोरोना के दौरान ही खोल दिया गया था और नियमो का पालन करके वहाँ कोरोना से छुटकारा पा लिया गया.

ये रही ICMR की सर्वे की रिपोर्टस

 

स्टाफ और टीचर्स के वैक्सिनेशन के बाद खुलें स्कूल-ICMR

डॉक्टर भार्गव ने कहा कि छोटे स्कूलों को ये सुनिश्चित करने के बाद ही खोला जाना चाहिए कि स्कूलों के सभी टीचर्स और स्टॉफ वैक्सीनेटेड हो चुके हो क्योंकि अगर ऐसा नहीं होगा तों बच्चों पर संक्रमण का खतरा रहेगा.हालांकि कोरोना के नियमो का भी पालन किया जाना चाहिए और यह फैसला राज्य सरकार का होना चाहिए की उन्हे कब स्कूल खोलने है.

भार्गव ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि लोग यात्रा ना करें. यदि बहुत जरूरी हो तभी आप यात्रा करें और वह भी नियमो का पालन करते हुए. यात्रा वही लोग करें जो वैक्सीन की दोनों डोज़ ले चुके है या कम से कम एक डोज़ तों ले ही चुके हो.सर्वे में वैक्सीन की दोनों डोज़ ले चुके लोगों में 89.8% एंटीबॉडी मिली जबकि एक डोज़ लेने वालो में 81% एंटीबॉडी मिली और जिन्होंने वैक्सीन नहीं लीं थी ऐसे भी 62.3% लोगों में एंटीबॉडी मिली.

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