अब हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की सुरक्षा में हुई चूक, 18 पुलिसकर्मी निलंबित, तीन एसपीओ बर्खास्त

यमुनानगर : यमुनानगर में 11 जनवरी को शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के निवास स्थान पर सुरक्षा में चूक पुलिस कर्मियों की लापरवाही से हुुई। पुलिस कर्मियों की लापरवाही की वजह से ही सुबह के समय शिक्षक उनके आवास स्थान पर पहुंच गए थे। अब इस मामले में 37 पुलिस कर्मचारियों व होमगार्डों गाज गिरी है। इनमें 18 पुलिसकमियों को निलंबित कर दिया गया। तीन स्पेशल पुलिस आफिसर को बर्खास्त किया गया है। जबकि 16 होमगार्ड के जवानों को उनके विभाग में वापिस भेज दिया गया है।

सुबह के समय आवास पर प्रदर्शन करते हुए पहु़ंच गए थे शिक्षक
साथ ही उन पर विभागीय कार्रवाई के लिए भी गृह रक्षी विभाग को पत्र लिखा गया है। इन सभी कर्मियों की शिक्षकों के धरने पर ड्यूटी लगी हुई थी। यह कार्रवाई सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की फजीहत के बाद की गई है। हालांकि इसमें भी थाना व चौकी प्रभारियों को बचा लिया गया है। जिन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है। उनमें महिला समेत पांच एसआइ, तीन एएसआइ, पांच मुख्य सिपाही व पांच महिला कांस्टेबल शामिल हैं। कई दिन बाद एसपी कमलदीप गोयल ने यह कार्रवाई की। अभी इस मामले में आगे भी जांच चल रही है। ऐसे में कई अन्य पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि शिक्षा मंत्री के निवास स्थान पर सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के दौरान 37 कर्मियों की लापरवाही मिली है। इन कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है।
शिक्षकों ने किया था प्रदर्शन
पुलिस में दर्ज केस के मुताबिक, 11 जनवरी को सुबह करीब साढ़े छह बजे हरियाणा शारिरिक शिक्षक संघर्ष समिति के राज्य प्रधान धर्मेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष चरखी दादरी निवासी यशवंत, राजीव बसंतनगर जगाधरी, संतोष फरीदाबाद, पवन कुमार कैथल, धर्मेंद्र सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, वजीर गंगोली जींद, दिलबाग जांगड़ा, सुरेंद्र शर्मा, कविता मान, बबीता, सतपाल किठाना कैथल, विनोद, वीरभान, रविंद्र कांबोज रादौर, अजय जगाधरी, प्रवीन धानक रोहतक समेत करीब 250 शिक्षकों ने एकत्र होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
नारेबाजी करते हुए प्रभात फेरी के रुप में कोविड नियमों की अवहेलना करते हुए बिना मास्क लगाए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के निवास स्थान के सामने एकत्र हुए। पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन शिक्षक उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए शिक्षा मंत्री के निवास के सामने बैठ गए थे। इस मामले में पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया। पुलिस ने जांच के दौरान जब सीसीटीवी खंगाली तो सामने आया कि शिक्षकों ने पुलिस कर्मियों के साथ धक्का मुक्की की है। जिस पर पुलिस ने केस में मारपीट करने व सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने की धारा इजाद की है। इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करीब 100 और शिक्षकों की पहचान की गई है।