MDU स्टूडेंट्स की पकड़ी गई चालाकी, परीक्षाओं के लिए कर रहे थे गोलमाल

रोहतक : MDU महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र परीक्षाओं के लिए जुगाड़ लगाने में लगे हुए थे. लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए. MDU प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों को ऑनलाइन परीक्षा चुनने के लिए 20 जुलाई तक का समय दिया गया था, लेकिन उसके बाद 23 जुलाई तक इस तिथि को बढ़ा दिया गया था.

गौरतलब है कि एमडीयू की तरफ से इंजीनियरिंग की परीक्षाएं 30 अप्रैल से शुरू कर दी गई हैं. इन परीक्षाओं में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन परीक्षाओं के विकल्प दिए गए थे. लेकिन ऑनलाइन परीक्षाएं सिर्फ चुनिंदा श्रेणी के विद्यार्थियों को ही देने का अधिकार दिया गया था. जिनमें प्रदेश से बाहर रहने वाले, गंभीर बीमारी वाले स्टूडेंट्स को ही ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प चुनने का अवसर दिया गया था. अब विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए अलग-अलग जुगाड़ करने में लग गए. काफी स्टूडेंट्स ने दूसरे स्टूडेंट से लेकर कोरोना के गलत सर्टिफिकेट बना लिए जिससे टीचर ने बार- कोड स्कैन कर पकड़ लिया.

एमडीयू ने पकड़े 310 मुन्ना भाई

एमडीयू द्वारा दस्तावेज पूरे न होने तथा गलत सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने के कारण 310 के गरीब स्टूडेंट्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. डायरेक्टर ने अब हर छात्र के बताये गए कारणों की जांच करने के लिए दो कमेटियां बना दी हैं. अब यह कमेटियां छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों की जांच करेंगे. कमेटियों के सदस्यों के सामने अब स्टूडेंट्स अपने अलग-अलग तरह के बहाने लेकर पहुंच रहे हैं.

बहाना नंबर 1 : मां बीमार है, पिता को कैंसर की है बीमारी

एक विद्यार्थी जो ऑनलाइन परीक्षा देना चाहता था उसने एक ऐसा बहाना लगाया जो बिल्कुल भी सो बनिया नहीं हो सकता दरअसल स्टूडेंट ने टीचर को फोन पर बताया कि उसकी मां बीमार है और अस्पताल में भर्ती है. एसोसिएट प्रोफेसर संदीप मलिक से उस विद्यार्थी ने कहा कि उसके पिता को कैंसर की बीमारी है. तब प्रोफेसर संदीप मलिक ने कहा कि परीक्षा के लिए 3 घंटे का समय निकाला जा सकता है और उन्होंने छात्र के पिता से बात करवाने की बात कही तथा वीडियो कॉल करवाने की बात कही, तुरंत ही स्टूडेंट ने फोन काट दिया.

बहाना नम्बर 2 : रहने के लिए जगह नहीं है- प्रोफेसर ने कहा-मेरे घर रुक जाना

एमडीयू के एक और एसोसिएट प्रोफेसर राजेश लाठर के पास 2 विद्यार्थी आए और कहा कि वह दिल्ली से आए हैं और उन्हें हॉस्टल में रूम नहीं मिल पाया है. रहने का प्रबंध नहीं हो पाया है, उन्हें ऑनलाइन परीक्षा देने का विकल्प दिया जाए. इस पर प्रोफेसर राजेश लाठर ने कहा कि परीक्षा के दौरान मेरे घर फिर पर रुक जाना, खाने पीने का प्रबंध भी मैं करवा दूंगा. विद्यार्थियों ने कहा अभी कपड़े लेकर नहीं आए हैं-बाद में बताते हैं. फिर स्टूडेंट्स वापस ही नहीं लौटे.

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