हरियाणा में बीपीएल कार्डधारकों का होगा सर्वे, दुष्यंत चौटाला ने दिया बयान

चंडीगढ़। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले ऐसे तमाम लोगों का सर्वे कराया जाएगा, जिनके बरसों पहले बीपीएल कार्ड बने थे। बादशाहपुर के निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद के सुझाव पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस सर्वे से सरकार को यह आकलन करने का मौका मिलेगा कि वास्तव में बीपीएल कार्डधारक लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है या नहीं।

हरियाणा कृषि उद्योग विकास निगम के चेयरमैन राकेश दौलताबाद ने राज्य में बीपीएल कार्ड बेहद धीमी गति से बनाए जाने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में सरकार से पूछा कि जिन लोगों के दस से बीस साल पहले बीपीएल कार्ड बने थे, क्या उनके जीवन स्तर में किसी तरह का सुधार हुआ है। यदि सुधार हो रहा है तो अच्छी बात है अन्यथा सिर्फ बीपीएल कार्ड ही बनाते रहने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए धरातल पर काम किया जाना चाहिए।

राकेश दौलताबाद ने अपने विधानसभा क्षेत्र में दो साल के भीतर मात्र 136 बीपीएल कार्ड बनाए जाने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जनप्रतिनिधि जब भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाते हैं, लोग उनसे बीपीएल कार्ड बनवाने की मांग करते हैं। बीपीएल कार्ड बनवाने की स्पीड बढ़ाई जानी चाहिए तथा जिन लोगों को पहले कार्ड मिले थे, उनका सर्वे होना चाहिए।

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सदन में जवाब दिया कि बीपीएल कार्ड बनाने की मांग हमेशा की जाती रहेगी। सरकार निरंतर कार्ड बना भी रही है। सरकार ने पिछले दिनों बीपीएल कार्ड के लिए आय सीमा को बढ़ाकर एक लाख 80 हजार रुपये वार्षिक किया है। परिवार पहचान पत्रों से राशनकार्ड को जोड़ा जा रहा है।

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