किसी ने गोली नहीं मारी,कुछ हार्टअटैक से मरे-कुछ बीमारी से, क्यों दिया जाये शहीद का दर्ज़ा, राज्यसभा सांसद का बयान

नई दिल्ली : कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने का ऐलान भले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिया हो, लेकिन दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इसी के बीच बीजेपी के राज्यसभा सासंद रामचंद्र जांगड़ा ने मरने वाले किसानों को लेकर बड़ा बयान दिया है। जांगड़ा ने कहा कि मरने वाले किसानों को शहीद का दर्जा क्यो दिया जाए, न ही इसे शहादत माना जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी ने लाठी या गोली नहीं मारी बल्कि उनकी मौत हार्ट अटैक या बिमारी के कारण हुई है।

 

जांगड़ा ने कहा कि किसानों के नए-नए मांगों से लगता है कि यह किसानों का विरोध नहीं यह मोदी विरोध है। यह आंदोलन राजनीतिक ज्यादा है। कोई भी सरकार दुश्मनों से लड़ सकती है मगर घर वालों से नहीं।

इन कानूनों को रद्द करने से किसानों का नुकसान होगा। किसान अब मंडियों और व्यापारियों का गुलाम रहेगा। उन्होंने कहा कि मैं भविष्यवाणी करता हूं एक समय आएगा किसान मांग करेंगे कि इन कानूनों को दोबारा लाया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राजनीतिक कारणों से यह कानून वापस नहीं लिए। जिस तरीके से समाज में हिंसाए हो रही थी, हरियाणा में हमारे नेताओं को हमला किया गया मेरे ऊपर भीहमला किया गया। इन्ही हालातों को देखते हए ये फैसला लिया गया। इमरजेंसी जैसे हालात पैदा न हो इसलिए ये कानून वापिस लिए गए है।

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