बिजली विभाग के छापों से मचा हड़कंप; 978 टीमों ने पूरे हरियाणा में 22 हजार जगह मारे छापे

चंडीगढ़ : प्रदेश के विभिन्न जिलों में बिजली निगमों हरियाणा उत्तरी व दक्षिणी दोनों में छापेमारी का सिलसिला जारी रहा। 978 टीमों ने 22 हजार से ज्यादा स्थानों पर बिजली कनेक्शनोंं की चेकिंग करने का काम किया। इस दौरान बिजली चोरी के मामले पकड़े गए और लगभग 13 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। बिजली निगमों के चेयरमैन और एसीएस पीके दास ने साफ कर दिया है कि बिजली चोरी के मामलों में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा यह मुहिम जारी रहेगी।

Demo Picture

विभाग का कोई कर्मचारी व अफसर इसमें शामिल पाया गया, तो उसके विरुद्ध भी शिकंजा कसने का काम होगा। इस संबंध में बिजली निगमों के चेयरमैन और एसीएस पीके दास ने देर शाम को बताया कि राज्य में दूसरे दिन लगातार छापेमारी का सिलसिला जारी रहा है। 978 टीमों ने दूसरे दिन भी लगातार चेकिंग जारी रखी व 212 हजार के लगभग कनेक्शन दोनों दक्षिण व उत्तर में चेक किए। चोरी पकड़ने के साथ ही 13 करोड़ का जुर्माना लगाया है। पीके दास ने बताया कि फरवरी से लेकर जुलाई तक चले इस अभियान के तहत पिछली बार 49 करोड़ के लगभग चोरी पकड़ी गई थी।

इस बार भी घरेलू और कमर्शियल दोनों ही कनेक्शनों पर यह मुहिम चलाई जा रही है। दास का कहना है कि चोरी करने वालों के कारण बाकी ग्राहकों को इसका नुकसान उठाना पड़ता है। इस बार दक्षिण इलाके में साढ़े पांच करोड़ के करीब की राशि और उत्तरी हरियाणा निगम मे साढ़े सात करोड़ का जुर्माना किया गया है। पूरे प्रदेश में दूसरे दिन लगातार 37 सौ चोरी के मामले पकड़ में आए हैं। जिसमें राज्य के फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत, सोनीपत, करनाल, रोहतक, झज्जर कुरुक्षेत्र और भिवानी जैसे जिलों में चोरी के बड़े मामले पकड़े गए हैं। दोनों घरेलू और कमर्शियल चेकिंग के दौरान 7704 मेगवाट बिजली जोरी के मामले पकड़ में आए हैं।

ओवरलोडिंग का मुख्य कारण बन रही चोरी

प्रदेश में बिजली के ट्रांसफर के ओवरलोड होने की मुख्य वजह बिजली के चोरी बन रही है। ऐसे उपभोक्ता बिना किसी रोक-टोक के जरूरत से ज्यादा बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां पर उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले भी चेकिंग हुई थी, इस दौरान डीएचबीलवीएन की ओर से 4277 कनैक्शनोंों की जांच की गई। जितने कनैक्शन में चोरी पाई गई वहां कुल 2327 किलोवॉट बिजली का इस्तेमाल किया था।

यूएचबीवीएन ने 8813 कनेक्शन चैक किए। सितंबर में भी डी.एच.बी.वी.एन. ने बिजली चोरी करने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया था। उस समय 4558 मामले सामने आए। ऐसे उपभोक्ताओं पर 16.41 करोड़ का जुर्माना लगाया था। प्रदेश सरकार की ओर से आने वाले दिनों में इस तरह के और अभियान पूरे राज्य में चलाए जाएंगे। एक दिन पहले 2122 मामले, 431 लाख का लगाया जुर्माना लगाया गया था। डीएच ने 1153 और यूएचबीवीएन ने 969 मामलों की पुष्टि की।

Exit mobile version