रेसलर पर कोच रखता था गलत नज़र, विरोध करने पर भाई समेत ले ली जान; पुलिस ने कोच पर रखा 1 लाख का इनाम

सोनीपत : रेसलर निशा दहिया और उसके भाई सूरज दहिया की हत्या के मामले में सोनीपत पुलिस ने आरोपी कोच पवन पर 1 लाख का इनाम घोषित कर दिया है। इससे पहले ग्रामीणों ने हलालपुर गांव में पंचायत कर गिरफ्तारी नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया और पोस्टमॉर्टम भी नहीं करवाने का फैसला लिया। ग्रामीणों ने दो मांगें रखीं थीं, इनमें एक 5 लाख का इनाम और 24 घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी शामिल है। हालांकि, पुलिस के एक लाख का इनाम घोषित करने की बात ग्रामीणों ने अभी नहीं मानी है।

वहीं, पोस्टमॉर्टम के लिए गांव से कोई अस्पताल नहीं पहुंचा है। नागरिक अस्पताल में दोनों के शव रखे गए हैं और वहां पुलिस ने पहरा कड़ा कर दिया है। CRPF अधिकारियों की टीम ने अस्पताल पहुंच कर मृतकों के बारे में जानकारी ली। पिता दयानंद हवाई मार्ग से दिल्ली होकर गांव पहुंच गए हैं।

ग्रामीणों में रोष, पंचायत जारी

रेसलर निशा दहिया, भाई सूरज की हत्या और उनकी मां को गोली मारने की वारदात से ग्रामीणों में जबरदस्त रोष है। ग्रामीणों ने बुधवार रात एकेडमी में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। गुरुवार सुबह पौने 9 बजे गांव की चौपाल में पंचायत शुरू हुई और दोपहर 12 बजे तक जारी थी।

पंचायत की अध्यक्षता दहिया चौबीसी प्रधान सुल्तान सिंह ने की। पंचायत में खरखौदा थाना प्रभारी कर्मजीत भी पहुंचे। वहीं, रमेश नाहरा, कैप्टन फूल सिंह, राज सिंह, सरपंच जीवनी दैवी के पति कुलबीर सिंह, दीपक, राजेंद्र, कृष्ण, कप्तान सिंह आदि व्यक्ति भी शामिल हुए।

सुशील कुमार के नाम से चल रही थी एकेडमी

जानकारी के मुताबिक, हलालपुर गांव में जिस जमीन पर आरोपी कोच पवन एकेडमी चला रहा था, वह दबंगई से कब्जाई गई थी। एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए जमीन के मालिक धर्मवीर ने बताया कि सुशील कुमार के नाम से चल रही ये एकेडमी जिस जमीन पर चल रही है, उसे पवन ने अपनी दबंगई से कब्जा किया हुआ है वो भी गुंडों के दम पर। उन्होंने बताया कि पवन उनका रिश्तेदार है। उसने पहले थोड़ी जमीन ली थी, उसके बाद पिस्टल के लाइसेंस बनवाए। जब धर्मवीर ने जमीन वापस मांगी, तो पवन ने उसे धमकी दी। धर्मवीर ने कहा, पवन दबंग है। पुलिस भी उसी का साथ दे रही थी। हमने कई बार शिकायत की पर हमारी शिकायत को नहीं सुना गया।

कोच पवन रोहतक जिले के गांव बालंद का रहने वाला है। एकेडमी में आसपास के गांव के करीब 50 युवक-युवती कुश्ती का कोचिंग के लिए आते हैं। इसी एकेडमी में हलालपुर निवासी निशा भी कोचिंग के लिए आती थीं। निशा ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में सिल्वर मेडल जीत चुकी है। उसका भाई सूरज उसे रोजाना बाइक से एकेडमी में छोड़ने आता था। बुधवार को भी सूरज अपनी बहन निशा को छोड़ने आया था।

बताया जा रहा है कि दोपहर करीब डेढ़ बजे एकेडमी से निशा के घर पर फोन आया और कहा गया कि निशा ने प्रैक्टिस कर ली है, उसे घर ले जाओ। जिस पर उसका भाई सूरज व मां धनपति उसे लेने के लिए पहुंच गए। जब वह एकेडमी में पहुंचे तो इसी दौरान उन पर गोलियां चला दी गई।

उस समय निशा की पहले ही एकेडमी के अंदर गेट के पास गोलियां मारकर हत्या की जा चुकी थी। हमलावरों ने मां धनपति को गोली मारी तो अचानक हुए हमले के बाद सूरज व उसकी मां बाहर की तरफ भागे। गोली लगने से धनपति गेट के बाहर गिर गई और सूरज मौके से भाग निकला। मगर हमलावरों ने पीछा करते हुए नहर पार कर सूरज को भी गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया।

सुशील कुमार का करीबी है पवन

बताया जा रहा है कि पवन सुशील कुमार का करीबी है। उसने एकेडमी में हर तरफ सुशील कुमार की फोटो लगा रखी है। वारदात के दिन एकेडमी के गेट पर ही दौड़ा कर पवन ने निशा उसकी मां और भाई को गोली मारी। हमले में निशा और उसके भाई की मौत हो गई।

बाइक से फरार हुआ पवन 

वहीं, पुलिस ने बताया कि आरोपी पवन हत्याकांड के बाद सचिन नाम के शख्स के साथ बाइक से भागा है। हमारी टीमें लगी हुई हैं। हम उसे जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।

वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धनपति को खरखौदा सीएचसी में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीजीआई, रोहतक रेफर कर दिया गया है। गोली मारने का आरोप एकेडमी के कोच और उसके साथियों पर है।

छेड़छाड़ का है मामला?

बताया जा रहा है कि हत्या की वजह महिला पहलवान के साथ छेड़खानी का विरोध करना बताया गया है। पुलिस ने कोच और उसकी पत्नी व कोच के साथियों पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पवन पिछले चार साल से कुश्ती सिखा रहा था। परिजनों का आरोप है कि कोच निशा पर बुरी नजर रखता था।

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