महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में शिक्षकों और छात्रों ने बड़ी संख्या में एकजुट होकर किया प्रदर्शन, 15 दिन में वापस लेना पड़ा फैसला

रोहतक : गुरुवार को महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) में शिक्षकों और छात्रों ने विभिन्न संगठनों के साथ एकजुट होकर ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में करीब 1 हजार लोग शामिल हुए। प्रदर्शन यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-2 से शुरू कर वीसी कार्यालय तक किया गया। करीब 1 घंटे तक यह प्रदर्शन चला। इसके बाद सरकार की ओर से पॉलिसी को रद्द करने का लिखित आदेश जारी किया गए। मांग पूरी होने के बाद बाद संगठनों ने प्रदर्शन खत्म किया और कर्मचारियों की मांग मानने पर हरियाणा सरकार को धन्यवाद दिया।

महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में अध्यापक और छात्र लगातार ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी का विरोध कर रहे थे। - Dainik Bhaskar

ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में गुरुवार को महार्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) में शिक्षकों और छात्रों ने विभिन्न संगठनों के साथ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में करीब 1 हजार लोग शामिल हुए। प्रदर्शन यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-2 से शुरू कर वीसी कार्यालय तक किया गया। करीब 1 घंटे तक यह प्रदर्शन चला। इसके बाद सरकार की ओर से पॉलिसी को रद्द करने का लिखित आदेश जारी किया गए। मांग पूरी होने के बाद बाद संगठनों ने प्रदर्शन खत्म किया और कर्मचारियों की मांग मानने पर हरियाणा सरकार को धन्यवाद दिया।

15 दिन में सरकार को बदलना पड़ा फैसला
हरियाणा सरकार की ओर से 4, 11 और 13 अगस्त को प्रदेश भर में ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी शुरू करने के लिए आदेश जारी किए गए थे। आदेशों के बाद MDU में विभिन्न संगठनों में एकजुट होकर 6 अगस्त को कार्यकारिणी मीटिंग की। जिसमें 10 अगस्त को मीटिंग करने का प्रस्ताव पास किया। 10 अगस्त को फिर से मीटिंग कर 11 और 12 अगस्त को काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया। 13 अगस्त को पेन डाउन स्ट्राइक की गई। 16 अगस्त को वर्क सस्पेंड किया गया। 17 और 18 अगस्त को जन जागरण अभियान चलाकर 19 अगस्त को बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया गया। 19 अगस्त को 1 हजार की संख्या में संगठन से जुड़े लोग जुटे और प्रदर्शन किया। जिसके बाद सरकार को महज 15 ही दिन में अपना यह फैसला वापस लेना पड़ा।

प्रदर्शन में ये लोग हुए शामिल
प्रदर्शन का संयुक्त नेतृत्व शिक्षक संघ के प्रधान डॉ. विकास सिवाच ने किया। जिसमें गैर शिक्षक संघ के प्रधान रणधीर कटारिया, महासचिव रविंदर लोहिया, कोषाध्यक्ष विकास अहलावत, शिक्षक संघ महासचिव सुधीर कटारिया, एएमबीए से विक्रम डमोलिया, एबीवीपी से सन्नी नारा, एनएसयूआई से हिमांशु, एसएफआई से अर्जुन, आईएसओ से अरविंद, एआईडीएसओ से उमेश, स्टेट मिनिस्ट्रियल स्टाफ प्रेसिडेंट महेंद्र प्रताप, इनसो प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप देशवाल, वन विभाग राज्य प्रधान जोगेंद्र करोथा, मिनिस्ट्रियल स्टाफ वाइस प्रेसिडेंट शर्मिला हुड्डा, शिक्षक संघ कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप गहलावत सहित बड़ी संख्या में छात्र और अन्य लोग मौजूद रहे।

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