रोहतक सांसद अरविंद शर्मा के बिगड़े बोल: “ग्रोवर की ओर आंख उठी तो आंख निकाल लेंगे, हाथ उठा तो हाथ काट लेंगे”

रोहतक : हरियाणा के रोहतक लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरविंद शर्मा ने किलोई मंदिर प्रकरण के एक दिन बाद कांग्रेस पर निशाना साधा। शर्मा ने रोहतक शहर के सबसे व्यस्त रहने वाले छोटूराम चौक पर खड़े होकर कांग्रेस और खास तौर से दीपेंद्र हुड्‌डा को चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्‌डा कान खोल कर सुन लें, मनीष ग्रोवर की तरफ कोई आंख उठाएगा तो उसकी आंख निकाल लेंगे, कोई हाथ उठाएगा तो उसके हाथ काट लेंगे। उसको छोड़ेंगे नहीं। कांग्रेस सत्ता के लिए छटपटा रही है। मगर यह बात भी लिख लो कि भाजपा 25 साल राज नहीं छोड़ेगी।

रोहतक सांसद ने कहा कि कांग्रेस चक्कर काटती रहेगी। ऐलनाबाद में इनकी जमानत जब्त हो गई। रोहतक और झज्जर के लोगों के अलावा इनको कोई पूछने वाला नहीं है। इन लोगों के शरारती तत्वों को जिस दिन इस बात का आभास हो गया कि हुड्‌डा परिवार से कोई भी सीएम नहीं बनेगा, उस दिन ये शरारती तत्व ही इनके जूते मार देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि रोहतक लोकसभा सीट मनीष ग्रोवर की वजह से ही भाजपा के खाते में आई थी।

किसानों की आड़ में हुड्‌डा के आदमी कर रहे शरारत
सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि किलोई में सिर्फ एक ही शर्त थी कि मनीष ग्रोवर माफी मांगें। मगर वहां 500 से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ता थे, सभी ने ठान ली कि जब तक मनीष ग्रोवर यहां से नहीं जाएंगे, वह भी नहीं जाएंगे। भूखे-प्यासे वहीं बैठे रहे। किसान आंदोलन की आड़ में जो भी ये शरारत कर रहे हैं, ये कांग्रेस के नहीं, बल्कि भूपेंद्र हुड्‌डा के आदमी है। मैं इस बात की निंदा करता हूं।

ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम से लाइव कार्यक्रम के दौरान किलोई के प्राचीन शिव मंदिर में भाजपा नेताओं के बंधक बनाने की घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पुतला फूंका।

कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इशारे पर किलोई में हंगामा किया गया। रोहतक से सांसद डा. अरविंद शर्मा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर, जिला प्रभारी अरविंद यादव और जिला अध्यक्ष अजय बंसल ने कांग्रेस नेताओं पर जमकर बरसे और ओछी राजनीति करने के आरोप लगाए।

कई घंटे तक रहे सभी परेशान
अरविंद शर्मा ने कहा कि समाज के लोगों ने किलोई मंदिर में कार्यक्रम का लाइव करने की मांग की तो पार्टी की तरफ से यह कार्यक्रम निर्धारित किया। यह धार्मिक कार्यक्रम था, इसलिए समाज के सभी लोग इसमें शामिल हुए। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने आसपास के लोगों को उकसाकर कार्यक्रम में रुकावट डालने की रणनीति बनाई, इसके कारण किलोई में हंगामा हुआ। कई घंटे तक महिलाएं, बुजुर्ग और नेताओं को कानून-व्यवस्था के कारण मंदिर में ही रहना पड़ा, इससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों का विरोध निंदनीय है। किसान इस तरह की घटना नहीं कर सकते। चूंकि ये कांग्रेस कार्यकर्ता थे, जो भूपेंद्र हुड्डा के कहने पर वहां गए थे। इस मामले में भूपेंद्र हुड्डा की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है।

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