देसी पत्रकार नाम से मशहूर करमू को डॉक्टर बल्हारा के साथ पुलिस ने किया जिला अदालत में पेश, क्या हैं आरोप? देखें

चंडीगढ़ : सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार डॉक्टर दविंदर बल्हारा और पत्रकार कर्मवीर आर्य उर्फ करमू को पुलिस ने जिला अदालत में पेश किया। जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उधर, मेडिकल करवाने के दौरान दोनों आरोपियों ने कोरोना टेस्ट करवाने से मनाकर दिया। ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने जेल प्रबंधन से बात की, जिन्होंने कहा कि बिना टेस्ट रिपोर्ट के वह जेल में नहीं रख सकते हैं।

ऐसे में पुलिस ने दोनों को कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके बाद दोनों आरोपियों ने कोरोना का टेस्ट करवाया। उधर, दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही समर्थक सेक्टर-39 थाने के बाहर पहुंच गए। जिन्होंने थाने का घेराव कर नारेबाजी की। प्रदर्शन करने वालों में कर्मवीर उर्फ करमू का भाई धरमू समेत कई पत्रकार शामिल थे। समर्थक केस रदद कर दोनों को तत्काल छोड़ने की मांग की।
सोमवार को सेक्टर-37 में एसडीएम की टीम कोरोना नियमों की अनदेखी करने वालों का चालान कर रही थी। पत्रकार कर्मवीर उर्फ करमू वहां डॉक्टर दविंदर बल्हारा का इंटरव्यू लेने के लिए पहुंचा था। दोनों ने मास्क नहीं पहन रखा था। अधिकारियों ने मास्क पहनने के लिए कहा तो आरोपियों ने मनाकर दिया।
आरोप है कि दोनों ने टीम के सदस्यों से अभद्रता की। इसके बाद एसडीएम ऑफिस में तैनात एसडीई विवेक नरोला ने सेक्टर-39 थाने में शिकायत दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने करनाल के गांव फफराना निवासी दविंदर बल्हारा और कैथल स्थित भगत सिंह कॉलोनी निवासी कर्मवीर आर्य उर्फ करमू को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दोनो की गिरफ्तारी के बाद सेक्टर-39 थाने के बाहर उनके समर्थक पहुंच गए।
उन्होंने पुलिस पर धक्केशाही का आरोप लगाया है। उधर, हाईकोर्ट के वकील सुरेंद्र गौड़ ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने गैर जमानती धारा लगाकर पत्रकार और डॉक्टर को निशाना बनाया है। वीडियो देखने से पता चलता है कि दोनों ने सरकारी कार्य में बाधा नहीं डाला है। डॉक्टर दविंदर बल्हारा के चचेरे भाई अजय बल्हारा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने थाने में दोनों को पीटा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी भी बिना मास्क के घूम रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। वहीं, पुलिस का कहना है कि उनके साथ कोई मारपीट नहीं की गई।
थाने के अंदर वीडियो बना वायरल की
दविंदर बलहारा ने गिरफ्तारी के बाद थाने के अंदर से एक वीडियो वायरल की। वीडिया के जरिए उसने बताया कि उसे एक सेक्टर-39 थाने के विजिटर रूम में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी गई है। अभी उसका मोबाइल नहीं छीना है। उसने कहा कि उसे पुलिसकर्मी देख रहे हैं, इसलिए वह कैमरे की तरफ नहीं देख रहा है।
दविंदर बोला- मास्क नहीं लगाऊंगा, गिरफ्तारी दूंगा
जब दविंदर को एसडीएम की टीम ने मास्क लगाने पर कहा तो उसने मास्क पहनने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि दो साल में उसने एक बार भी मास्क पहना नहीं पहना है और न पहनेंगे। इतना ही नहीं मास्क का चालान भी नहीं कटवायेंगे। पुलिस ने चाहे तो गिरफ्तार कर जेल भेज दे। दविंदर ने कहा कि मास्क लगाने से लंग्स कैंसर होता है। एसडीएम की टीम ने कहा कि वह अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इस पर दविंदर ने कहा कि आपकी ड्यूटी से किसी की मौत होती है तो हत्या की कोशिश का मुकदमा उनके ऊपर लगेगा। डॉक्टर दविंदर ने कहा कि मास्क लगाने के ऊपर रिसर्च हुआ है। जिसमें सामने आया है कि मास्क लगाने से लंग्स कैंसर होता है। इसलिए वह मास्क नहीं पहनेंगे।