हरियाणा पुलिस ने जारी की 17 मोस्ट वांटेड इनामी बदमाशों की लिस्ट, पुलिस के लिए बन चुके सरदर्द

करनाल : लोगों को शांतिपूर्ण माहौल देने व अपराधिक लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस हर समय तत्पर रहती है। यह पुलिस की सर्तकता का ही परिणाम है कि ऐसी वारदातों पर अंकुश लग पाता है और अपराधी जेल की सलाखों के पीछे पहुंचते हैं। पिछले साल भी पुलिस ने यह तत्परता दिखाई थी और पांच लाख के ईनामी बदमाश कृष्ण दादूपुर व 25 हजार के ईनामी मंसूर अहमद गनी को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की थी, लेकिन 17 ईनामी मोस्ट वांटेड आज भी जिला पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।

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पांच से लेकर 25 हजार रुपये तक के ईनामी ये बदमाश आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसके चलते किसी बड़ी वारदात की संभावना बनी रहती है। इन बदमाशों में अधिकतर पर हत्या व हत्या के प्रयास के संगीन आरोप है जबकि कईं बदमाशों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत भी मामले दर्ज हैं। हालांकि पुलिस इन बदमाशों को गिरफ्त में लेने की ताक में हैं, लेकिन यह कब संभव हो पाएगा यह बताने में अभी पुलिस के उच्चाधिकारी भी असमर्थता जाहिर कर रहे हैं।

हर पल कृष्ण दादूपुर की गिरफ्तारी की ताक में रहती थी पुलिस

साधारण परिवार से संबंध रखने वाला कृष्ण दादूपुर उर्फ उस्ताद उर्फ मास्टर पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। शराब ठेके पर कर्मी था तो ठेकेदार दिलबाग की रंजिशन पीटकर हत्या कर दी गई। इसके आरोप शराब कारोबारी अंजनथली की पूर्व सरपंच के पति सुरेश उर्फ बबली व उसके भाई नरेश पर लगे। दिलबाग का चहेता कृष्ण दादुपुर यहीं से अपराध की दुनिया में आया और बबली व उसके रिश्तेदार पिंटू दादुपुर की हत्या को अंजाम दे डाला। इसके साथ ही वह पांच लाख का ईनामी बदमाश हो गया। उस पर यह ईनाम पिछले कुछ वर्षो के दौरान सबसे अधिक था। पुलिस हर पल उसकी तलाश में रहने लगी थी। कृष्ण व उसके साथियों पर करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल व झज्जर में हत्या, लूट, स्नेचिंग के 25 से अधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल कृष्ण दादूपुर जेल में हैं।

दिल्ली से गिरफ्तार किया था मंसूर गनी

आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर करीब 280 युवाओं के साथ छह करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर फर्जी नियुक्ति व प्रशिक्षण पत्र थमाने के आरोपित मास्टरमाइंड मंसूर अहमद गनी वासी बारामूला, जम्मू कश्मीर  को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए बडी चुनौती थी। 21 दिसंबर को उसे दिल्ली के गफ्फार मंजिल जामिया नगर से गिरफ्तार गया और फिलहाल वह जेल में हैं। मोस्ट वांटेड मंसूर अहमद गनी पर 25 हजार रुपये का ईनाम था।

पुलिस के अनुसार मोस्ट वांटेड बदमाश

मोस्ट वांटेड —— ——————ईनाम राशि

केश्व वासी बल्ला, करनाल ——————25000

टोनी दुपेडी, करनाल————————- 10000

बीरू माहतो, द्वारिकापुर, बेगुसराय, बिहार———-5000

अरशद, शाहपुर जिला सहारनपुर —————-5000

जोगा सिंह, निसिंग, करनाल——————–5000

देवानंद, राजपुरा जिला पटियाला—————– 5000

सोमनाथ, सिंघपुरा, पानीपत——————— 5000

रमेश कुमार, पाव जिला कुल्लू —————– 5000

दीवान चंद, बुढा खेड़ा, करनाल —————–5000

कृष्ण, बरसत, करनाल ———————— 5000

तारू राम, साधाभाई खेड़ी, कुल्लू —————- 5000

दीनानाथ, गांव शोरी जिला कुल्लू —————–5000

सुनील, नरूखेड़ी, करनाल ———————- 5000

काला, गोंदर, करनाल ————————– 5000

जितेंद्र सिंह, काडजिल, तरनतारन —————– 5000

गुरप्रीत सिंह, डाचर, करनाल ———————-5000

आशिश, तरावड़ी, करनाल ———————–5000

ईनामी बदमाशों को पकड़ना प्राथमिकता : एसपी

एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि मोस्ट वांटेड ईनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया जाना पुलिस की प्राथमिकता है। बदमाशों के रिकार्ड का आंकलन भी किया जा रहा है और सीआईए की टीमों को इस सम्बंध में दिशा निर्देश दिए हुए हैं।

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