हरियाणा: महंत ने की आत्महत्या, छोड़ा 4 पेज का सुसाइड नोट, दूसरे महंत सहित दो पुलिस कर्मियों पर लगाए गंभीर आरोप

जींद : गांव पेगां काला पीर आसन के महंत शब्दाई नाथ ने बीती रात संदिग्ध परिस्थितियों के चलते डेरे में मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। महंत ने फांसी लगाने की भी कोशिश की। घटना की सूचना पाकर डीएसपी धर्मबीर खर्ब फोरेंसिक टीम के साथ मौक पर पहुंच गए और हालातों का जायजा लिया।

पुलिस ने मृतक महंत के पास से चार पेज का सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें कोथ कलां डेरे के महंत समेत चार लोगों को मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है। जिसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। अलेवा थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गांव पेगां काला पीर आसन के महंत शब्दाई नाथ (65) का शव शनिवार को गांव के डेरे में बेड पर पड़ा देखा गया। नजदीक ही कीटनाशक की बोतल पड़ी हुई थी। साथ में बेड के साथ ही फांसी का फंदा लगाया गया था। आशंका जताई जा रही है कि उन्हाेंने कोई जहरीला पदार्थ निगला है।

सूचना मिलने पर डीएसपी के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम के साथ पुलिस अमला मौके पर पहुंच गया और हलातों का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक महंत के पास से ससुाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें बताया गया है कि वह काला पीर कोथ कलां के महंत नंदाईनाथ का चेला है।

लगभग 20-22 साल पहले उसने घर बार छोड़ दिया था और नंदाई नाथ से दीक्षा लेकर सन्यास ले लिया था। नंदाई नाथ के आदेशों पर पहले उसे गांव रामराय डेरे के देखरेख के लिए भेजा गया। वर्ष 2013 में उसे गांव पेगां काला पीर आसन की सेवा में लगा दिया गया।

चार जनवरी 2018 को महंत नंदाई नाथ ने समाधी ले ली। जिसके बाद शुक्राईनाथ चेला चिताईनाथ व मजनाई नाथ डेरा अजायब के साथ मिल कर षड़यंत्र रच कर डेरा कोथ कलां की गद्दी हथिया ली। जिसमें राजनीतिक लोग भी शामिल हुए। षडयंत्र के तहत उसे जेल भेज दिया गया। जिस पर उसने अदालत में याचिका दायर की हुई है।

महंत शुक्राई नाथ ने अपने साथियों के साथ मिल कर उसे याचिका वापस न लेने पर धमकी दी गई। उसके बेटे ने भी सन्यास लिया हुआ है जिसे नंदाई नाथ का नाम दिया गया है। जो संडील डेरे की सेवा करता है। उसे भी मुकद्में में फंसाने का षड़यंत्र रचा जा रहा है।

रास्ते मेें मारपीट की गई

गत दिवस जब वह कोथ कलां से वापस लौट रहा था तो रास्ते मेें उसके साथ मारपीट की गई। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। बाबा नंदाई नाथ को भी उनसे खतरा है। महंत चिताई नाथ, शुक्राई नाथ, मिर्चपुर चौकी के पुलिसकर्मी अशोक तथा बाल किशन ने बहुत परेशान किया हुआ है।

उसे मजबूर कर दिया गया है। जिसके नीचे शब्दाई नाथ ने अपना नाम लिखा हुआ है। अलेवा थाना पुलिस ने सुसाइड नोट का कब्जे में ले चिकित्सक बोर्ड द्वारा महंत का पोस्टमार्टम करवा सहयोगी साधुओं को सौंप दिया है। अलेवा थाना पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार मान मृतक के बेटे महंत नंदाई नाथ की शिकायत पर महंत चिताई नाथ, शुक्राई नाथ, मिर्चपुर चौंकी के पुलिसकर्मी अशोक तथा बाल किशन के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बेटे ने दी यह शिकायत

मृतक के बेटे संडील डेरे के महंत बाबा नंदाई नाथ ने बताया कि पिता के बाद उसने भी सन्यास लिया हुआ है। आत्महत्या करने से पूर्व महंत शब्दाई नाथ ने उसक वहाट्सअप पर संदेश भेजा था लेकिन नेट ऑन नहीं किया। सुबह फोन पर महंत शब्दाई नाथ की मौत के बारे में पता चला। जब उन्होंने फोन का नेट ऑन किया तो उसे भेजा गया संदेश मिला। उन्होंने बताया कि शब्दाई नाथ को षड़यंत्र के तहत जेल भेजा गया था और परेशान भी किया जा रहा था। अब उसके खिलाफ भी आरोपित षड़यंत्र रच रहे हैं। जिसकी शिकायत पुलिस को दे दी गई है।

हर जांच के लिए तैयार : महंत शुक्राईनाथ

कोथ कलां डेरे के महंत शुक्राईनाथ ने कहा कि महंत शब्दाईनाथ की मौत एक षड़यंत्र है जिसकी गहनता से जांच होनी चाहिए। शब्दाईनाथ उनके पिता तुल्य थे। अगर उन पर आरोप लगे हैं तो वे जांच में सहयोग करेंगें। जो भी दोषी मिले उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।

अलेवा थाना प्रभारी बीरबल ने बताया कि मृतक महंत द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट को आधार मान मृतक के बेटे महंत की शिकायत पर कोथ कलां डेरे के महंत शुक्राईनाथ समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मृतक के बिसरे को जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया है।

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