डार्विन कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा, पूछताछ में सामने आये इन कंपनियों के नाम भी

जींद : डार्विन कंपनी में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा करने के मामले में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा की जा रही जांच के दौरान सामने आया कि आरोपित प्रॉफिट शेयरिंग पार्टनर रेफरल ट्रेडर के रूप में लोगों से निवेश करवाते थे। निवेश ज्यादा होने पर उसे दूसरी कंपनी में शिफ्ट कर दिया जाता था। खास बात यह भी रही कि निवेशकों के खातों से लाखों रुपये का लेनदेन होता रहा और उन्हें भनक तक नहीं लगी। जब कोई निवेशक राशि को वापस मांगता था तो उसकी बेरहमी से पिटाई की जाती थी। फिलहाल जांच में अलग-अलग 30 कंपनियों के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में वांछित लोगों की तलाश में सर्च वारंट जारी किए हैं।

आफिस ब्वाय से मारपीट के मामले ने फोड़ा भंडा

शादीपुर जुलाना निवासी कीमत जुलाना निवासी दीपक जांगड़ा के कार्यालय में आफिस ब्वाय था। एक जनवरी को दीपक व उसके साथियों ने कीमत की बेरहमी से पिटाई की थी। छानबीन में सामने आया कि दीपक जांगड़ा ने आफिस ब्वाय कीमत का बैंक में खाता खुलवाया था और सभी दस्तावेज अपने पास रखे हुए थे, जिसका दुरूपयोग कर दीपक जांगड़ा उसके खाते से एक सितम्बर 2020 से 31 दिसम्बर 2021 तक 44 लाख रुपये डार्विन प्लेटफार्म ग्रुप आफ कंपनी से कर चुका था। पुलिस ने जब दीपक जांगड़ा व उसके साथियों का डार्विन कंपनी व अन्य उसकी शाखाओं का लेनदेन 2019 से 2021 को खंगाला गया तो बड़ी धनराशि सामने आई।

प्रवीन पपोसा से हुई धोखाधड़ी तो कंपनी आई निशाने पर

गांव पपोसा निवासी प्रवीन की शिकायत पर जुलाना थाना पुलिस ने डार्विन कंपनी के निदेशक अजय हरिनाथ, जुलाना निवासी दीपक जांगडा, संदीप, विजय समेत नौ लोगों के खिलाफ डेढ करोड से ज्यादा की राशि हडपने का मामला दर्ज किया तो डार्विन कंपनी व उससे जुडे लोग पुलिस के निशाने पर आ गए। मामले की व्यापकता तथा करोडो रुपये का मामला सामने आने पर बकायदा एसआइटी का गठन किया गया। छानबीन के दौरान सामने आया कि जब प्रवीन ने अपनी राशि वापस मांगी तो उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। यहां तक की दीपक जांगडा ने प्रवीन की कंपनी के मुखिया अजय हरीनाथ से मुम्बई में बातचीत भी करवाई और राशि डबल करने का आश्वासन दिया गया।

पुलिस कर रही जांच

एसआईटी प्रमुख डीएसपी जितेंद्र ने बताया कि धोखाधडी से जुड़े लोगों की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। जिसमे व्यापक स्तर पर धोखाधड़ी सामने आ रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जो लोग धोखाधडी का शिकार हुए है जिला मुख्यालय आकर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। एसआइटी ने मामले की व्यापकता को देखते हुए जीएसटी ईडी व इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के साथ जानकारी सांझा की है। साथ ही पुलिस ने आरोपितों के लिए सर्च वारंट भी जारी किए हैं।

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