Haryana : IG Bharti Arora को मिली VRS: मुख्यमंत्री खट्टर ने दी स्वीकृति

रोहतक : हरियाणा में अंबाला रेंज (Ambala Range) की महिला आईजी और आईपीएस अधिकारी (Women IG and IPS officers) भारती अरोड़ा (Bharti Arora) के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) से जुड़े आवेदन को मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने मंजूरी दे दी है। सीएम मनोहर लाल ने उनकी VRS से जुड़ी फाइल पर साइन कर दिए हैं। भारती अरोड़ा अब एक दिसंबर की दोपहर में रिलीव हो जाएंगी। उन्होंने रिटायरमेंट (retirement) से दस साल पहले VRS ली है।

भारती अरोड़ा ने इसी साल जुलाई 2021 में वीआरएस (VRS) के लिए आवेदन किया था जिसे गृहमंत्री अनिल विज और पुलिस के आला अधिकारियों ने मंजूर नहीं किया था। इसके बाद भारती अरोड़ा ने नवंबर महीने में वीआरएस के लिए दोबारा आवेदन (Reapply) कर दिया। इस पर गृहमंत्री अनिल विज ने उसे मंजूरी देते हुए फाइल सीएम के पास भिजवा दी। गृह मंत्रालय और पुलिस महकमे की मंजूरी के बाद सीएम ने भी मंजूर देते हुए फाइल पर साइन कर दिए। सीएम की मंजूरी मिलने के बाद भारती अरोड़ा ने कहा कि उनकी बाकी जिंदगी कृष्ण भक्ति में गुजरेगी।

हरियाणा काडर के IPS विकास अरोड़ा से हुई है शादी

भारती अरोड़ा पुलिस पुलिस सेवा (IPS) की 1998 बैच की अफसर हैं। 23 साल की पुलिस सर्विस (police service) में वह हरियाणा में कई जिलों में SP के अलावा करनाल रेंज (Karnal Range) की आईजी रह चुकी हैं और इस समय अंबाला रेंज (Ambala Range) की आईजी हैं। उनकी रिटायरमेंट वर्ष 2031 में होनी थी मगर उन्होंने 10 साल पहले वीआरएस ले ली। भारती अरोड़ा की शादी हरियाणा काडर के आईपीएस अधिकारी विकास अरोड़ा (IPS officer Vikas Arora) से हुई है। विकास अरोड़ा फिलहाल फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर (Faridabad Police Commissioner) हैं। भारती अरोड़ा राई स्पोर्ट्स स्कूल की प्रिंसिपल (Principal of Rai Sports School) भी रह चुकी हैं, जहां उन्होंने कई बेहतर काम किए।

वर्ष 2004 से जा रही वृंदावन

भारती अरोड़ा वर्ष 2004 से वृंदावन जा रही हैं। 24 जुलाई को VRS के लिए पंजाब के डीजीपी (Punjab DGP) को भेजे पत्र में भारती अरोड़ा ने लिखा कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जूनून रही है। अब वह जिंदगी धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं। वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह प्रभु श्रीकृष्ण की साधना करना चाहती हैं।

रेवाड़ी में बनवाई गौशाला
साल 2012-13 में भारती अरोड़ा रेवाड़ी जिले में तैनात थी। उस समय इस इलाके में बड़े पैमाने पर गौ-तस्करी होती थी। तब भारती अरोड़ा ने गौ-तस्करी पर शिकंजा कसते हुए कई अपराधियों को पकड़ा। गौ-तस्करी पर काफी हद तक लगाम लगाने के साथ-साथ उन्होंने रेवाड़ी में पंचायत से जमीन दिलवाकर श्री मोहन गोपाल गौशाला (Shri Mohan Gopal Gaushala) का निर्माण करवाया। इस गौशाला में आज भी बड़ी संख्या में गाय रखी जाती हैं।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सैल्यूट करतीं आईजी भारती अरोड़ा।

कबूतरबाजों पर शिकंजा कसकर हुईं सम्मानित
भारती अरोड़ा ने वर्ष 2020 में कबूतरबाजों पर शिकंजा कसने की मुहिम चलाई। गृहमंत्री अनिल विज (Home Minister Anil Vij) के आदेश पर भारती अरोड़ा की अगुवाई में ही इसके लिए एसआईटी का गठन किया गया। इस एसआईटी ने 452 कबूतरबाजों को पकड़ा जिसके बाद गृह विभाग ने भारती अरोड़ा को सम्मानित किया।

बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय अब वृंदावन में कथावचक बन चुके हैं।

बिहार के पूर्व डीजीपी भी नौकरी छोड़ बन चुके कथावाचक
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी वीआरएस लेकर कृष्ण-भक्ति (Krishna devotion) में रम चुके हैं। फरवरी-2021 में अपनी रिटायरमेंट से 5 महीने पहले पांडेय ने सितंबर-2020 में ही नौकरी छोड़ दी। वह वृंदावन पहुंच गए और भागवत संदेश देने लगे। आजकल वह कथावाचक बन चुके हैं। पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं और संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के अलावा मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के जोनल आईजी (Zonal IG) भी रहे। केएस द्विवेदी (KS Dwivedi) की रिटायरमेंट के बाद फरवरी-2019 में वह बिहार के डीजीपी बने।

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