भिवानी में नेहरू पार्क के पास कूड़ा फेंकते नगर परिषद के कर्मचारी, देखें वीडियो

भिवानी : आमतौर पर नगर परिषद की जिम्मेदारी शहर में साफ सफाई बनाए रखने की होती है. लेकिन क्या करें यदि नगर परिषद के कर्मचारी ही गंदगी को यहां वहां फेंकते दिखाई दें और वह भी कोई आम जगह नहीं, शहर की वो जगह जहाँ लोग सुकून के पल बिताने जाते हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं भिवानी शहर के घंटा घर स्थित नेहरु पार्क की. जहां पर नगर परिषद का एक अस्थाई कर्मचारी कूड़ा फेंकते हुए पाया गया.

 

अभी हाल ही में शहर वासियों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन के द्वारा नेहरू पार्क का जीर्णोद्धार किया गया था, जिसके तहत नए पेड़-पौधे व झूले इत्यादि लगाए गए थे और पार्क की सुंदरता को निखारा गया था. लेकिन पार्क के बाहर भी सुंदरता और साफ-सफाई बनाए रखना जरूरी है, यह बात शायद नगर परिषद के कर्मचारी भूल चुके हैं.

एक वीडियो में नगर परिषद का एक अस्थाई कर्मचारी ठेले पर कहीं से कूड़ा लाता दिखाई दे रहा है और नेहरू पार्क के पीछे वाले गेट की तरफ उस कूड़े को उसने उड़ेल दिया. जहां पर उस कर्मचारी ने कूड़े को उड़ेला वहां पर पहले से ही बहुत ज्यादा गंदगी पड़ी हुई थी और यह गंदगी नेहरू पार्क के गेट नंबर 2 के पास थी, जहां से स्थानीय निवासी पार्क में प्रवेश करते हैं. ऐसे में यदि गेट के पास ही बदबूदार गंदगी पड़ी होगी, तो कैसे आम जन पार्क में प्रवेश कर पाएंगे. बारिश के मौसम में यह गंदगी और भी ज्यादा विकराल रूप ले लेती है क्योंकि इसमें से बहुत ज्यादा दुर्गंध आनी शुरू हो जाती है.

ठेकेदार ने दिए हैं आदेश

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जब कर्मचारी से पूछा गया कि यह कूड़ा डालने के लिए आपको किसने कहा? तो उस कर्मचारी ने अपने ठेकेदार का नाम लिया और कहा उन्होंने मुझे यहां कूड़ा डालने के लिए कहा है. कर्मचारी ने कहा कि आज से पहले भी हम यहीं कूड़ा डाल रहे थे. इसको कुछ देर बाद ट्रैक्टर आकर ले जाएगा, लेकिन वहां जो कूड़ा पहले से पड़ा था, वह कई दिन का था. ऐसे में सवाल यह उठता है कि यदि कुछ समय बाद भी कूड़ा उठा लिया जाता तो शायद वहां गंदगी के ढेर ना लगते.

 

शहर के एक और इलाके का जान लीजिये हाल

बात सिर्फ नेहरू पार्क की ही नहीं है. पूरे शहर में ऐसे बहुत से इलाके हैं जहां लोगों का गुजरना ही दुर्भर हो चुका है. ऐसा ही एक नजारा हांसी गेट से पुराना बस स्टैंड की तरफ जाने वाले रोड के पीछे की तरफ बने समानांतर रोड का है. बता दें कि यह रोड सीधा शहर के ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की तरफ जाता है. यहां के हालात किसी से छिपे नहीं हैं लेकिन शायद अधिकारीगण भी यहां से गुजरते होंगे तो आंख बंद करके निकलते होंगे और जनता को जैसे आदत ही पड़ चुकी है. बारिश के मौसम में इस रोड की जो हालत होती है वह किसी तालाब के समान हो जाती है. जबकि रजनी हार्ट सेंटर, तक्षशिला शिक्षण संस्थान, बीकानेर मिष्ठान भंडार जैसे शहर के नामी संस्थानों का पीछे का गेट इसी रोड की तरफ खुलता है.

 

 

ऐसा ही कुछ नजारा शहर के कई इलाकों का देखा जा सकता है. जहाँ जगह जगह कूड़े के ढेर साफ़ देखें जा सकते हैं.

 

 

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