भिवानी: प्रॉपर्टी आईडी के झंझट ने बढ़ाई लोगों की परेशानियां, नगर निगम के चक्कर काटने को मजबूर हुआ आमजन

भिवानी : चार साल के दौरान याशी कंपनी ने पूरे शहर में 75 हजार प्रॉपर्टी का सर्वे कर पहचान की, लेकिन इनमें भी करीब 3500 प्रॉपर्टी में त्रुटियां छोड़ दी, जिसकी वजह से प्रॉपर्टी आईडी ठीक कराने के लिए लोगों को नगर परिषद कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। कंपनी की सर्वे रिपोर्ट से नप अधिकारियों को भी संतुष्टि नहीं हुई। इसलिए कंपनी को अपनी फाइनल रिपोर्ट सौंपने के लिए त्रुटियों को दूर कर हर व्यक्ति की प्रॉपर्टी आईडी को दुरुस्त करने के भी आदेश दिए हैं। इसी के साथ कंपनी ने भी अब घरों के बाहर मालिकों के नाम की पीआईडी नंबर की सूची चस्पाने की मुहिम शुरू कर दी है। प्रॉपर्टी सर्वों में मालिक ही बदल हुए हैं।

भिवानी नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले 31 वार्डों में शहरी प्रॉपर्टी की पहचान के लिए याशी कंस्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को फरवरी 2018 में काम सौंपा गया था। कंपनी ने अपनी सर्वे रिपोर्ट भी नगर परिषद अधिकारियों को 2021 में सौंप दी। सर्वे रिपोर्ट में खामियां व रिपोर्ट आधी अधूरी होने की वजह से नप अधिकारियों ने कंपनी को इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने और प्रॉपर्टी आईडी में रह गई त्रुटियों को ठीक करने के निर्देश दिए।

त्रुटी की वजह से बदल गए मालिक, बदल गई प्रॉपर्टी
शहरी दायरे के अंदर कई प्रॉपर्टी के तो मालिक ही बदल चुके हैं, जबकि कई लोगों की पीआईडी में असल प्रॉपर्टी ही गायब हो गई है। उसकी जगह किसी दूसरे की प्रॉपर्टी का जिक्र है। अधिकतर प्रॉपर्टी में नाम की त्रुटियां भी हैं। जबकि ससुर के नाम प्रॉपर्टी में बहू मालिक बन बैठी है।

नप में त्रुटियां ठीक करने के लिए बनाया काउंटर
नगर परिषद कार्यालय में प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटियों को ठीक करने के लिए अलग से काउंटर बना दिया है। जिस पर कंपनी के चार से पांच कर्मचारी भी लगाए गए हैं। ये कर्मचारी पीआईडी से जुड़े मूल दस्तावेजों का अवलोकन कर प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटी को ठीक करने में लगे हैं। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। कंपनी को अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट फाइनल करनी होगी।

शहरी विकास निकाय विभाग ने याशी कंपनी के माध्यम से प्रॉपर्टी की पहचान के लिए सर्वे कराया था। कंपनी ने कुछ काम अधूरा छोड़ दिया था और प्रॉपर्टी के अंदर भी काफी लोगों की त्रुटी रह गई थी। जिसे अब ठीक कराने और रिपोर्ट को फाइनल किए जाने का वक्त दिया गया है। इस दौरान शहरवासी अपनी प्रॉपर्टी की त्रुटी को ठीक करा सकते हैं। काफी प्रॉपर्टी खरीद और बिक्री के दायरे में आ चुकी हैं, उनके असल मालिकों को अपडेट करना भी जरूरी है।

– रण सिंह यादव, चेयरमैन नगर परिषद भिवानी।

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