गुरुग्राम नरसंहार : ‘मां-बाप को मारने के बाद बच्चों को इसलिए मार दिया कि उनकी देखभाल कौन करता’ रिटायर्ड फौजी ने किया बड़ा खुलासा
गुरुग्राम : दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में एक रिटायर्ड फौजी ने एक के बाद एक चार लोगों को मौत की नींद सुला दिया और परिवार का ही एक छोटा बच्चा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। अब इस दर्दनाक वारदात के पीछे एक ऐसी कहानी निकल कर आई है जिसको सुनकर कोई भी इंसान पिंघल जाएगा।
रिटायर्ड फौजी ने आधे घंटे में ही अपने किराये पर रह रहे परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी और अपने ही बेटे की पत्नी का बेरहमी से कत्ल कर दिया। रिटायर्ड फौजी को शक था कि उसकी पुत्रवधू का उसके किराएदार के साथ नाजायज संबंध चल रहा है, जिसके चलते उसने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। रिटायर्ड फौजी के मन में द्वेष इस कदर बैठा था कि उसने अपराध करते हुए छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शा। पूछताछ में उसने बताया कि बच्चों की हत्या इसलिए कर दी कि परिवार में कोई देखभाल करने वाला नहीं बचा था। इसलिए बच्चों को भी मार डाला।
पुत्रवधू को देखा था किराएदार के साथ आपत्तिजनक अवस्था में
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि उसने जनवरी में ही इस घटना को अंजाम देने की प्लानिंग शुरू कर दी थी। दरअसल एक दिन उसने अपनी पुत्र वधू को किराएदार कृष्ण तिवारी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। तब से ही उसके सिर पर खून सवार था।
वह मौका तलाश कर रहा था कि कब इस वारदात को अंजाम दे। आरोपी को इस बात का शक था कि दोनों के बीच अवैध संबंधों का सिलसिला लगातार जारी है। वारदात को अंजाम देने से पहले उसने पूरी प्लानिंग कर ली थी। अपने बेटे को उसने खाटू श्याम भेज दिया था। पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस मामले में कोई और तो शामिल नहीं है।
आधे घंटे में किये 4 क़त्ल
गुड़गांव निवासी रिटायर्ड फौजी राय सिंह ने रात 11:30 बजे के आसपास खुरपी और घास काटने वाला बड़ा चाकू अपने पास रख लिया था। उसके बाद उसने घर की लाइट बंद की। रात 2:00 बजे के लगभग वह अपनी बहू के कमरे में गया और दरवाजा खटखटाया जैसे ही पुत्र वधू ने दरवाजा खोला राय सिंह ने चाकू लेकर बहू सुनीता के ऊपर ताबड़तोड़ वार कर दिए। दर्जनों वार करने के बाद बहू जब लहूलुहान होकर गिर गई वह तब तक वहाँ खड़ा होकर देखता रहा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
पुत्रवधू को मारने के बाद आरोपी रात 2:20 बजे सीढ़ियों से चढ़कर किराएदार कृष्ण तिवारी के घर पहुंचा और वहां भी दरवाजा खटखटाया। जैसे ही कृष्ण तिवारी ने दरवाजा खोला आरोपी ने उस पर भी चाकू से वार कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया।
10 मिनट के अंतराल के बाद 2:30 पर आरोपी ने कृष्ण की पत्नी अनामिका को भी चाकुओं से गोद कर मार दिया। माता-पिता को मारने के बाद आरोपी ने दोनों बच्चों को भी मार डाला। उसने कबूल किया कि बच्चों को इसलिए मार दिया कि उसे लगा कि मां-बाप की मौत के बाद बच्चों की देखभाल कौन करेगा, इसलिए बच्चों को भी खत्म कर दिया।