बड़ी खबर: 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को टैबलेट वितरण पर लगाई रोक

फतेहाबाद : सीनियर सेकेंडरी स्कूल के दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को टैबलेट वितरण कार्यक्रम फिलहाल रोक दिया गया है। अंतिम बार 19 मई को अध्यापकों व विद्यार्थियों को टैलबेट बांटे गए थे, लेकिन उसके बाद एक भी टैबलेट न तो अध्यापक और न ही विद्यार्थी को मिला है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

जिले में पांच मई को टैबलेट वितरण समारोह का आयोजन किया गया था। उस समय दावा किया था कि अगले 10 दिनों में सभी विद्यार्थियों व अभिभावकों को टैबलेट मिल जाएंगे, लेकिन ये दावे केवल कागजों तक ही सिमट कर रहे गए है। एक जून से सरकारी स्कूलों की छुट्टियां होने वाली है। दावा किया था कि इस बार 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी, लेकिन विडंबना ये है कि अब तक न तो अध्यापकों और न ही विद्यार्थियों को टैबलेट चलाने की ट्रेनिग मिली है।

अभी तक सिम नहीं हुई एक्टिव, विद्यार्थी और अध्यापक परेशान

शिक्षा विभाग ने जीओ के साथ कांट्रेक्ट किया है। ऐसे में इन टैबलेट में जीओ की सिम डलनी है। सिम न मिलने के कारण अब तक ये टैबलेट एक्टिव तक नहीं हुए है। ऐसे में विद्यार्थी इस टैबलेट को अपने बैग में लेकर आते है और उसे वापस बिना खोले ही ले जाते है। जिस विद्यार्थी के पास टैबलेट है उसके अभिभावक के नाम से सिम एक्टिव होगी। विद्यार्थी की उम्र कम होने के कारण ऐसा हो रहा है। जब तक सिम एक्टिव नहीं होगी तब तक यह टैबलेट भी नहीं चलेगा। वहीं सिम एक्टिव न होने के चलते विद्याथी और अध्यापक परेशान है। विद्यार्थियों से लिया जा रहा शपथ पत्र

टैबलेट देते समय विद्यार्थियों से शपथ पत्र लिया जा रहा है। पहले ऐसा नहीं था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेश आए है। विद्यार्थियों से शपथ पत्र में लिया जा रहा है कि यह टैबलेट जांच करके लिया है। यह टैबलेट स्कूल की संपत्ति है और अध्ययन के उद्देश्य से दिया गया है। शिक्षा पूरी होने पर स्कूल में जमा करवाना होगा। विद्यार्थी इस टैबलेट पर अपना दावा पेश नहीं कर सकते। टैबलेट गुम होने पर सरकार द्वारा तय की गई राशि अदा करनी होगी। इस शपथ पत्र पर विद्यार्थियों के अलावा अभिभावकों के हस्ताक्षर लिए जा रहे है।

यह टैबलेट 8.7 इंच का है। जिसकी कीमत करीब साढे़ बारह हजार रुपये है। टैबलेट में कई साफ्टवेयर और लर्निंग मेटिरियल शामिल हैं। टैब में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था की गई है, जो पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग (पीएएल) पर आधारित है ताकि बच्चे टैबलेट में ही माक टेस्ट, पूरा पाठ्यक्रम और अपने विषयों से संबंधित पूरी जानकारी हासिल कर सकें। इसमें किताबे, पीडीएफ, कंटेंट वीडियो/ आडियो तथा अन्य डिजिटल कंटेंट है। पिछले कुछ दिनों से टैबलेट वितरण नहीं किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। जितने टैबलेट बांटे है उसमें सिम एक्टिव नहीं हुई है। उम्मीद है कि अगले एक दो दिन में सिम एक्टिव हो जाए।

दयानंद सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद।

 

Exit mobile version