हरियाणा में स्कूलों को खोलने को लेकर मुख्यमंत्री के साथ हुई शिक्षा मंत्री की बैठक, 10वीं का रिजल्ट..

चंडीगढ़ : हरियाणा सहित पूरे देश भर में स्कूल काफी लंबे समय से बंद है कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को कम करने के लिए एहतियातन लॉकडाउन लगाया गया था इसी प्रक्रिया में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था. तमाम शैक्षणिक गतिविधियां भी लगभग 1 साल से ठप पड़ी है. ऐसे में अब जबकि कोरोना की रफ्तार भी धीमी पड़ती जा रही है. विद्यार्थी, शिक्षकगण तथा अभिभावक भी स्कूल खुलने की आस लगाए बैठे हैं.

हरियाणा में स्कूल खुलने की संभावनाओं को लेकर आज मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री की बैठक संपन्न हुई. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री की बैठक में स्कूलों को अभी न खोलने को लेकर सहमति बनी है. गौरतलब है कि बीते दिनों शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा था कि अभी अभिभावकों और बच्चों के मन में स्कूल भेजने को लेकर डर बना हुआ है. ऐसे में कोई भी फैसला लेने से पहले सरकार अच्छे तरीके से परिस्थितियों पर गौर करेगी. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज हुई बैठक में ऑनलाइन पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी रखने के बारे में सहमति बनी है.

दसवीं कक्षा का रिजल्ट इंटरनल एसेसमेंट बेस्ड

दसवीं कक्षा का रिजल्ट 11 जून को घोषित कर दिया गया. दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की परीक्षाएं नहीं हो पाई थी. उन्हें उनके आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट कर दिया गया था. बता दें कि 11 जून को घोषित रिजल्ट में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के शत-प्रतिशत अंक आए हैं. इसको लेकर तरह-तरह के वाद विवाद सामने आ रहे हैं. दसवीं कक्षा के रिजल्ट के बारे में बताया गया कि दसवीं कक्षा का रिजल्ट इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर घोषित किया गया है. अब 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का रिजल्ट भी जल्द ही घोषित होने की उम्मीद है. बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी भी दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की तरह रिजल्ट की आशा कर रहे हैं.

अव्वल आने पर मिलेगी स्कॉलरशिप

कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि जो छात्र रिजल्ट से सहमत नहीं है वह दोबारा परीक्षा दे सकता है. परीक्षा में अव्वल आने पर उस विद्यार्थी को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी. बता दें इससे पहले शिक्षा विभाग की तरफ से जानकारी आई थी कि यदि विद्यार्थियों को प्रमोट किया जाता है तो ऐसे में किसी भी विद्यार्थी को टॉपर घोषित नहीं किया जाएगा.

कई स्कूलों ने ली दुगनी फीस

शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल गुज्जर ने आज कहा कि निजी स्कूलों की फीस बढ़ोतरी को लेकर सरकार की तरफ से फार्मूला तैयार किया जाएगा उन्होंने कहा कि कई निजी स्कूलों ने करोना काल में फीस दुगनी की है जोकि सरासर गलत है. बता दें कि पिछले वर्ष कोरोना के चलते स्कूल लंबे समय तक बंद रहे थे. ऐसे में सरकार ने सिर्फ मासिक फीस लेने की इजाजत दी थी लेकिन अब की बार ऐसा कोई भी निर्णय सरकार द्वारा नहीं लिया गया था.

इन छात्रों को मिलेंगे 200 से ₹300

शिक्षा मंत्री से कंवरपाल गुर्जर ने आज बताया कि पहली से आठवीं तक के छात्रों को 200 से ₹300 दिए जाएंगे इसके अलावा उन्होंने कहा कि छात्रों को किताबें लेने के लिए राशि उनके खातों में डाल दी जाएगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों की पुस्तकें एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत उपलब्ध करवाई जाएंगी.

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