भिवानी की इन कालोनियों को करना पड़ सकता है जलभराव का सामना, बंद हुई 500 मीटर की सीवर लाइन

भिवानी : इस बार फिर मानसून अपनी दस्तक दें चुका है.फिर भिवानी में लगभग 2 दर्जन कॉलोनियों को मानसून में जलभराव के संकट का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि 500 मीटर की सीवर लाइन बंद हो चुकी है.जब अमृत योजना शुरू हुई, तब लगा की इस बार कॉलोनियों को जलभराव के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. हालांकि डीसी 2 बार इस पर मीटिंग भी कर चुके है, लेकिन स्तिथि ऐसी की ऐसी ही बनी हुई है.

हालांकि पहले बावड़ी गेट से हनुमान गेट तक सीवर लाइन बंद थी, लेकिन विभाग ने बावड़ी गेट से प्रणामी मंदिर तक नई लाइन डाल दी, जिसका काम आज पूरा हो गया. फिलहाल प्रणामी मंदिर से हनुमान गेट तक का रास्ता बंद पड़ा है. अगर जल्द से जल्द ये लाइन भी बना दी जाती है तो लोगों की परेशानियां काफ़ी हद तक कम हो जायेगी.

आखिर क्यों फिर झेलनी पड़ी जलभराव की समस्या जाने वजह

पहली वजह यह है कि अमृत योजना के तहत रोहतक गेट क़ी डिस्पोजल लाइन को शामिल किया जाना था. क्योंकि यही वह जगह है जहाँ से लोगों को जलभराव क़ी अधिक समस्या झेलनी पडती है. दूसरी वजह यह है कि प्रमाणी मंदिर से हनुमान गेट तक की 36 इंच की सीवर लाइन जाम पड़ी है. गौरतलब है कि ये सीवर लाइन 3 साल से जाम पड़ी है, लेकिन इसको ठीक नहीं कराया गया. ऐसे में जलभराव का सबसे ज्यादा खतरा यहाँ के नजदीकी क्षेत्रों को है. आपको बता दें कि विभाग ने क्लीनिंग के लिए 15 लाख रूपए का टेंडर लिया हुआ है. लेकिन अभी तक उसको ठीक नहीं कराया गया. ये विभाग की लापरवाही नहीं तो और क्या है.

इन-इन लाइनों से निकलता है शहर का 15 प्रतिशत पानी

जैन चौक, दादरी गेट, हनुमान गेट, रोहतक गेट आदि क्षेत्रों में बरसात में सबसे ज्यादा जलभराव होता है. इन क्षेत्रों में जलभराव होने से विकास नगर, एमसी कॉलोनी, भारत नगर आदि में भी जलभराव की स्तिथि पैदा हो जाती है.
बता दें कि अमृत योजना के तहत मिनी सचिवालय और वैश्य कॉलेज के पास दो डिस्पोजल बनाया गए है, लेकिन उसके बिजली कनेक्शन अब तक नहीं लगा है. दो-तीन दिन में मीटर लग जायेगा-ऐसा विश्वास दिलाया गया है. प्रताप नगर, जैन चौक, पुराना बस स्टैंड, न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी समेत दर्जनों कॉलोनिया में जलभराव हो जाता है.

नहीं पैदा होगी जलभराव कि स्थिति-एससी

जनस्वास्थय विभाग के एससी जसवंत सिंह ने बताया कि जलभराव की स्तिथि पैदा नहीं होंगी. पंप सेट लगा दिए गए है जो पानी को उठाकर नाले में डाल देंगे.
Exit mobile version