मौसम की जानकारी : 5 से 7 जनवरी तक बारिश की संभावना, मौसम पूर्वानुमान जारी, देखें

चंडीगढ़ : पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। हरियाणा और पंजाब शीतलहर की चपेट में हैं। दोनों ही प्रदेशों में तापमान लगातार नीचे जा रहा है, जिससे सर्दी हाड़ कंपा रही है। साथ ही घना कोहरा छा रहा है। विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा में 5 से 7 जनवरी के बीच बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान के अनुसार, मध्य प्रदेश, दक्षिणी राजस्थान और गुजरात में 6 और 7 जनवरी को बारिश होगी। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम या गरज के साथ बारिश हो सकती है।

हिसार-रेवाड़ी और बठिंडा रहे सबसे ठंडे

हरियाणा में हिसार-रेवाड़ी और पंजाब में बठिंडा सबसे अधिक सर्द रहे। हिसार-रेवाड़ी में न्यूनतम तापमान 2 और बठिंडा में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार का तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का न्यूनतम तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

और सर्दी के लिए रहें तैयार

हरियाणा के अंबाला, करनाल, नारनौल, रोहतक, गुरुग्राम, भिवानी और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 4.9, 3.8, 3, 4.4, 4.6, 5.1 और 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में, अमृतसर और लुधियाना में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 4.2 और 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज रहा। पंजाब के बठिंडा, पटियाला और हरियाणा के अंबाला में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग चंडीगढ़ के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में सर्दी और कोहरा बढ़ेंगे। लोगों को और अधिक सर्दी के लिए तैयार रहना चाहिए।  

फसलों को होगा फायदा

लगातार पड़ रही सर्दी के बीच दिन में धूप निकलने से राहत मिली है। अगर दिन में धूप निकलती है तो फसलों के लिए फायदेमंद साबित होगी। कृषि वैज्ञानिक भी किसानों को मौसम साफ होने पर ही सिंचाई करने की सलाह दे रहे हैं। 

न्यूनतम तापमान में शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अब भी सुबह और शाम को ठंड बरकरार है। वहीं अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा। ठंड फसलों के लिए लाभदायक है। -डॉ. धर्मबीर यादव, रीजनल डायरेक्टर, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, बावल

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