दुखद: यूरिया खाद के लिए सुबह से लाइन में खड़े 32 वर्षीय किसान की हुई मौत, क्या है कारण? जानें

मंडी आदमपुर (हिसार) : गांव खैरमपुर में खाद के लिए लाइन में लगे किसान के सीने में दर्द हो गया। गंभीर हालत में परिजन पहले अग्रोहा मेडिकल कालेज ले गए जहां से चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। 32 वर्षीय किसान की गुरुग्राम के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जानकारी के अनुसार राजीव गत दिवस खाद लेने के लिए सुबह से लाइन में लगा हुआ था। लाइन लंबी होने के चलते टोकन कट नहीं पाया। दोपहर दो बजे अचानक राजीव की छाती में दर्द हुआ। आसपास के किसानों ने राजीव को संभाला और परिजन अग्रोहा मेडिकल कालेज ले गए। तबीयत में सुधार न होने के चलते परिजन पहले हिसार फिर गुरुग्राम के निजी अस्पताल में ले गए जहां उपचार के दौरान किसान की मौत हो गई।

सरकार के पास फसल का पूरा रिकॉर्ड, फिर भी यूरिया खाद की किल्लत : सैलजा

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन की प्रदेश सरकार जानबूझकर यूरिया खाद की किल्लत पैदा कर रही है। सरकार के पास प्रदेश में बिजाई की गई फसल का पूरा रिकॉर्ड है, लेकिन उसके मुताबिक खाद का इंतजाम करने में पूरी तरह विफल रही है।

सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण आज कड़ाके की ठंड के बावजूद किसान लाइनों में लगने को मजबूर हैं। सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों से जबरन उनकी बोई गई फसलों की जानकारी भरवाती है। इस पर ब्यौरा न देने वालों की फसल को मंडियों में खरीदने से इंकार करती है। लेकिन, इसी रिकॉर्ड के अनुसार खाद का इंतजाम न करके किसानों को प्रताड़ित कर रही है।

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