राम रहीम को सजा सुनाने वाले जज को मिला था धमकी भरा पत्र, सुनवाई के दौरान हुआ खुलासा

पंचकूला : रंजीत सिंह हत्याकांड : डेरा प्रमुख राम रहीम (ram raheem) को उम्रकैद की सजा होने बाद अब एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां खुलासा हुआ है कि एक शख्स ने राम रहीम को सजा सुनाने पहले जज (judge) को ही धमकी भरा पत्र भेजा था, जिसमें आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है। पत्र भेजने वाले ने अपना पता डेरा सच्चा सौदा (dera sachcha souda) का बताया। सुनवाई के दौरान इस धमकी भरे पत्र को लेकर जज ने राम रहीम से पूछताछ की, जिस पर राम रहीम ने इसकी जांच सीबीआई (CBI) से करवाई जाने की मांग रखी।

बहुचर्चित रंजीत सिंह हत्या मामले में सोमवार को फैसला सुनाए जाने की कार्रवाई के दौरान सीबीआई जज सुशील कुमार गर्ग (sushil kumar garg) में कोर्ट में कहा कि चिट्ठी लिखने वाले ने अपना नाम डॉ मोहित गुप्ता (dr. mohit gupta) और अपना पता डेरे का लिखा है। जज ने कहा कि चिट्ठी में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है, इससे स्पष्ट होता है कि धमकी दी जा रही है। सीबीआई की विशेष अदालत के जज सुशील कुमार गर्ग ने राम रहीम से कहा- “मुझे चिट्ठी लिखी गई है, चिट्ठी में क्या लिखा है मैं यह नहीं बता सकता हूं, मुझे चिट्ठी लिखकर धमकी दी गई है।”

जानकारी के मुताबिक बलात्कारी गुरमीत राम रहीम ने जज से कहा कि उसका डॉ. मोहित गुप्ता से कोई लेना देना नहीं है, पहले भी उसने ऐसा किया था तब हाईकोर्ट ने उस पर 50,000 जुर्माना भी लगाया था। बलात्कारी गुरमीत राम रहीम ने धमकी भरे पत्र की सीबीआई जांच कराने का निवेदन किया। दुष्कर्मी राम रहीम की इस मांग का सीबीआई के वकील एचपीएस वर्मा (HPS Verma) और बचाव पक्ष के वकील अजय बर्मन (ajay barman) ने भी समर्थन किया। 

हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जज सुशील कुमार गर्ग ने अभीतक इस बारे में कोई सिफारिश नहीं की है। वहीं वरिष्ठ वकील के पी सिंह ने बताया कि इससे पहले भी कोर्ट को एक चिट्ठी लिखी गई थी लेकिन उसमें कोई आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया था।

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