हरियाणा के स्कूल भी रहेंगे बंद इन जिलों में, सरकार ने जारी किये आदेश; बढ़ते प्रदुषण के चलते लिया फैंसला

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने दिल्ली एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को मद्देनजर रखते हुए अहम निर्णय लिए हैं। हरियाणा सरकार ने दिल्ली के साथ लगने वाले प्रदेश के चार जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर व सोनीपत में सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।

इसके साथ ही इन चारों जिलों में हर प्रकार के कंस्ट्रक्शन कार्य पर भी रोक लगा दी है। इन आदेशों के साथ कुल 8 आदेश सरकार ने वायु प्रदूषण पर रोक व उससे बचाव के लिए जारी किए हैं।

हरियाणा सरकार ने ये लिए महत्वपूर्ण फैसले

  • सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल इस दौरान बंद रहेंगे।
  • प्रदूषण को कम करने लिए सड़कों पर वाहनों की संख्या 30 फीसदी तक घटाने के लिए निजी और सरकारी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम को तरजीह दी जाए।
  • इस दौरान सभी प्रकार की निर्माणात्मक और विकासात्मक गतिविधियों पर पूरी तरह रोक रहेगी। सभी स्टोन क्रशर और हॉट मिक्स प्लांट पूरी तरह से बंद रहेंगे।
  • किसी भी म्यूनिसिपल निकाय को कूड़ा जलाने की आज्ञा नहीं होगी।
  • किसी भी प्रकार के अवशेष को जलाने पर भी पाबंदी लगाई गई है।
  • मैनुअल रोड साफ करने की भी मनाही रहेगी। डस्ट पॉल्यूशन रोकने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव सुनिश्चित किया जाएगा।
  • सभी जिलाधिकारी इन नियमों का पालन करने और व्यापक जांच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त निरीक्षण दल गठित करेंगे।

देखे आदेश

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दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है दिल्ली

दिवाली के बाद से खराब हुई दिल्ली की हवा अब भी गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली का हाल कितना बुरा है यह आप इससे समझ सकते हैं कि दुनिया के 10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में दिल्ली सबसे आगे है। इस सूची में भारत के मुंबई और कोलकाता भी शामिल हैं। स्विट्जरलैंड आधारित क्लाइमेट ग्रुप IQAir ने यह नई सूची जारी की है।

यह ग्रुप हवा की गुणवत्ता और प्रदूषण पर नजर रखता है। यह ग्रुप संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम में टेक्नोलॉजी पार्टनर है। वहीं बुलंदशहर में AQI का स्तर 444 और लखनऊ में 187 है। उधर साथ लगते राज्य राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, अजमेर, पुष्कर समेत राज्य के 15 जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है।

CPCB के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर की हवा में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले PM2.5 (धूल के बेहद महीन कण) का स्तर आधी रात के करीब 300 का आंकड़ा पार कर गया। यह शाम 4 बजे 381 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। हवा के सुरक्षित होने के लिए PM2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। फिलहाल यह सुरक्षित सीमा से करीब 6 गुना अधिक है। PM2.5 इतना छोटा होता

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