रोहतक ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री: और गहराया राज, बबलू के माथे में 3 और रोशनी के सिर में मारी थी 2 गोली, इतनी रंजिश की वजह कर सकती है खुलासा

रोहतक : विजय नगर में हुए ट्रिपल मर्डर केस में बबलू पहलवान की बेटी तन्नू ने भी 39 घंटे तक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग में जान हार दी है। अलसुबह 17 वर्षीय तन्नू ने पीजीआई के ट्रामा सेंटर में दम तोड़ दिया। वहीं हत्याकांड में पुलिस अभी तक हत्यारों के चेहरे बेनकाब नहीं कर पाई है। लेकिन एक बड़ा खुलासा हुआ है। पहलवान समेत परिवार के चार लोगों की जान लेने वाले हत्यारे ने सभी को पॉइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी थी। चार लोगों की जिंदगी लेने के लिए हत्यारों ने 7 गोलियां चलाई थी।

पीजीआई में तन्नू के पोस्टमार्टम के दौरान पहुंचे बबलू पहलवान के परिजन व परिचित। - Dainik Bhaskar

पीजीआई में तन्नू के पोस्टमार्टम के दौरान पहुंचे बबलू पहलवान के परिजन व परिचित।

  • हत्यारे के चेहरे से 3 दिन बाद भी नहीं हटा नकाब, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

वहीं हत्यारे की रंजिश को लेकर भी पुलिस को नया एंगल मिला है। हत्यारा प्रदीप उर्फ बबलू पहलवान और उसकी सास रोशनी से सबसे ज्यादा गहरी रंजिश रखे था। बबलू पहलवान को हत्यारे ने तीन गोली और रोशनी को दो गाेली मारी थी। पुलिस के पास जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट पहुंची है उसमें सामने आया है कि बबलू को माथे में पहली गोली मारने के बाद हत्यारे ने सटाकर उसी जगह दो गोली और मारी। वहीं रोशनी को भी पॉइंट ब्लैंक रेंज से पहली गोली मारने के बाद दूसरी गोली भी सिर में पिस्टल सटाकर मारी गई है।

पुलिस के अनुसार इस प्रकार से किसी को शूट करने से हत्यारे की इतनी मनोदशा को समझा जा सकता है कि वो इन दोनों से मन ही मन गहरी रंजिश रखे था। वहीं बबली और उसकी बेटी तन्नू को केवल एक-एक गोली उनके सिर में मारी गई है। दूसरी ओर पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्यारे के बेहद करीब पहुंच चुकी पुलिस केवल रंजिश के सही एंगल को ढूंढने के लिए उसे ढील दे रही है। इसमें प्रॉपर्टी और एक पुराने लेनदेन का विवाद सामने आ रहा है। वहीं पुलिस ने मामले में सुपारी किलर के एंगल को खारिज कर दिया है।

परिवार ने बगैर सुरक्षा के तन्नू को गुड़गांव ले जाने पर जताया एतराज
चार लोगों की हत्या से जुड़े मामले में पुलिस पर आरोप भी लगने लगे हैं। हत्यारे को बेनकाब कर पाने में नाकाम पुलिस पर बबलू पहलवान के भाई संदीप उर्फ नन्हा ने तन्नू की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठाया है। नन्हा का कहना है कि तन्नू की हालत बेहद संवेदनशील थी। लेकिन रोहतक पुलिस ने बबलू के साले प्रवीन को तन्नू को अकेले गुड़गांव ले जाने दिया। उसके साथ किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं भेजी गई। जबकि तन्नू जिंदगी की जंग हारने से पहले इस हत्याकांड की इकलौती चश्मदीद थी।

कई देर घर में रहा हत्यारा, बातचीत करते सबसे पहले बबलू पहलवान को मारी गोली
पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सीन ऑफ क्राइम का कई बार मुआयना किया है। वहीं वारदात को भी रीक्रिएट कर सुलझाने की कोशिश की है। पुलिस की एक थ्योरी बन रही है कि हत्यारे एक या ज्यादा थे। वो परिवार के काफी नजदीकी रहे हैं। पहलवान के कमरे में ही उन्होंने काफी देर उससे बातचीत की होगी। इस दौरान परिवार की महिलाएं पहली मंजिल पर कमरे में चली गई। पहलवान की हत्या के बाद हत्यारे ऊपर कमरे में गए और बबली, रोशनी व तन्नू को गोली मारी।

बेहद करीब शख्स से कई दौर की पुलिस कर चुकी पूछताछ: पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए बबलू पहलवान से जुड़े रहे कई लोगों से पूछताछ की है। पहलवान के पुराने विवादों को भी जांचा है। बबलू के बेहद करीब एक शख्स से पुलिस ने कई दौर की पूछताछ की है। उससे पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं।



ऑपरेशन से पहले तन्नू की सांसें बंद हाे गईं
सिर में गोली लगने से घायल तन्नू को शुक्रवार आधी रात के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया था। लेकिन बाद में उसे वहां से फिर पीजीआई रेफर कर दिया गया। पीजीआई सूत्रों के अनुसार तन्नू के सिर में धंसी गोली को निकालने के लिए पीजीआई के डॉक्टरों ने ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन उसका ब्लड प्रेशर व अन्य दिक्कतें ऑपरेशन में आड़े आ रही थी। डॉक्टरों के अनुसार गोली लगने से तन्नू के सिर में ही रिसाव के बाद खून जम गया था। ऑपरेशन होने से पहले ही बेहद गंभीर हालत में पहुंची तन्नू की सांसें बंद हाे गईं।

हत्यारे विजय नगर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ, हर मोड़ के सीसीटीवी को चकमा देकर निकले

चार जिंदगी खत्म होने वाले इस हत्याकांड में पुलिस की जांच सिरे नहीं चढ़ पा रही है। दरअसल इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस की जांच फिलहाल जिस भी दिशा में भी आगे बढ़ती है वहां उसे सफलता हाथ नहीं लगती। पुलिस के अनुसार वारदात को अंजाम देने के आरोपी बेहद शातिर रहे हैं। वो इलाके के चप्पे चप्पे से वाकिफ थे। बबलू पहलवान के घर से निकलने के बाद एरिया के किसी भी सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को कोई संदिग्ध नहीं मिला है। माना जा रहा है कि आरोपी एरिया के करीबन हर जगह लगे कैमरों की लोकेशन से वाकिफ था।



 

 

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