Rain Alert : मौसम पूर्वानुमान जारी, आज से हरियाणा के इन जिलों में होगी बरसात, देखें जिलों के नाम

चंडीगढ़ : Rain Alert : वर्तमान में हरियाणा सूबे में बदला हवाओं का रुख, शीतलहर की ठंड से मामूली राहत मिलनी शुरू हो गई है, क्योंकि उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर लगातार भारी मात्रा में हिमपात होने और पवनों की दिशा उत्तरी होने के कारण नववर्ष से ही मैदानी राज्यों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी थी ,और शीतलहर अपना तीखे तेवरों से इन राज्यों में अपना प्रभाव दिखा रहीं थीं। परन्तु वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ (वैस्टर्न डिस्टरबेंस) पाकिस्तान और उसके आसपास सक्रिय है।इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बन गया है। इससे हवा का रूख दक्षिण-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से अब हवा के साथ अरब सागर से कुछ नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके चलते बुधवार को शाम के बाद बादल पूरे इलाके पर छाने लगेंगे।

राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहनने बताया कि आज मंगलवार को हरियाणा में ज्यादातर स्थानों का तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई हैऔर न्यूनतम तापमान में 5 .0 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई है।आज सुबह नारनौल का न्यूनतम तापमान 7.6 और अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस रहा और हिसार का न्यूनतम तापमान 9.6 और अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि रोहतक का न्यूनतम तापमान 9.4 और अधिकतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस रहा है।

इन जिलों में होगी बारिश

इस वजह से फिलहाल प्रदेश में कड़ाके की ठंड पर ब्रेक लग गया है। साथ ही बुधवार से सूबे में लगभग सभी जिलों में विशेषकर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, रोहतक, पानीपत, सोनीपत, महेंद्रगढ़ रेवाड़ी पलवल झज्जर सोहना ताउडुं एनसीआर दिल्ली सभी स्थानों पर बारिश के आसार भी बन रहें हैं। विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ में सभी तहसीलों नारनौल, महेंद्रगढ़, अटेली, कनीना, नांगल चौधरी, सतनाली, में हल्की से मध्यम बारिश होने की तीव्र संभावनाएं बन रही है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ (वैस्टर्न डिस्टरबेंस) के सात जनवरी को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इसके प्रभाव से पूरे प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी आशंका है। किसान भाईयों को सतर्क रहने की जरूरत है, और इस दौरान सिंचाई और किसी भी कैमिकल छिड़काव नहीं करने की सलाह दी जाती है मंडी में कृषि फसलों को तिरपालों से ढक कर रखें ।

Exit mobile version