Old Age Pension: क्यों रुकी हुई है वृद्धावस्था पेंशन? जानें हरियाणा सरकार की नई जारी गाइडलाइन्स

जींद : बुढ़ापा पेंशन (old age pension) को लेकर बुजुर्ग असमंजस में हैं। एक तरफ उम्र का प्रमाण नहीं होने के कारण हजारों लोग 60 साल से ज्यादा उम्र होने के बावजूद बुढ़ापा पेंशन नहीं बनवा पा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ फैमिली आइडी (family id) में गलती से भरी गई ज्यादा इनकम के कारण भी हजारों बुजुर्गों की पेंशन दो माह से रुकी हुई है। बुढ़ापे में पेंशन बड़ा सहारा है। बुढ़ापा पेंशन पाने की आस में घूम रहे बुजुर्गों की परेशानियां दूर नहीं हो रही है।

बुजुर्ग गांवों में सीएससी और जिला समाज कल्याण विभाग कार्यालय पेंशन नहीं आने का कारण पता करने के लिए पहुंच रहे हैं। अधिकारी भी कोई आधिकारिक रूप से उनके पास गाइडलाइन ना आने की वजह से नहीं बता पा रहे कि उनकी पेंशन कट चुकी है या किन्हीं और कारणों से रुकी है। जींद जिले में करीब दो लाख पेंशनधारक हैं, जिनमें से एक लाख 1,19,905 बुढ़ापा पेंशन ले रहे हैं। इस साल परिवार पहचान पत्र के साथ पेंशन को जोड़ा गया। पेंशनधारकों के खाते फैमिली आइडी से लिंक हो चुके हैं। जिन लाभार्थियों की फैमिली आइडी में इनकम तीन लाख रुपये से ज्यादा दिखाई गई, अक्टूबर के बाद उनकी पेंशन रोकनी शुरू कर दी गई।

जींद जिले में करीब 10 हजार बुजुर्गों की पेंशन रुक गई। दो माह बाद भी पेंशन नहीं आई, तो बुजुर्गों ने समाज कल्याण विभाग कार्यालय में कारण जानने के लिए आना शुरू कर दिया। जहां पता चला कि फैमिली आइडी में वार्षिक इनकम तीन लाख रुपये से ज्यादा दिखाने के कारण पेंशन स्टेट्स पेंडिंग दिखा रहा है।

फैमिली आइडी में आय को नहीं करा पा रहे ठीक

प्रदेश में हजारों लाभार्थी ऐसे हैं, जिनकी वार्षिक आय दो लाख से कम है। लेकिन फैमिली आइडी बनवाते समय गलती से तीन लाख या उससे ज्यादा इनकम भरी गई। जिसे अब ठीक नहीं करा पा रहे हैं। फैमिली आइडी में इनकम ठीक करने का विकल्प नहीं है। बुजुर्गों की मांग है कि फैमिली आइडी में गलती से भरी गई इनकम को ठीक करने का विकल्प दिया जाए।

कोरोना के कारण नहीं लग रहे मेडिकल कैंप

जिन लोगों के पास आय का कोई प्रमाण नहीं है और उनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा हो चुकी है। उनकी आय के परीक्षण के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा मेडिकल कैंप लगाए जाते हैं। जिसमें डाक्टर शारीरिक अवस्था देखकर उनकी उम्र का परीक्षण करते हैं। कुछ ही जिलों में ये मेडिकल कैंप लग रहे हैं। जींद व कुछ अन्य जिलों में कोरोना के कारण काफी समय से कैंप नहीं लग पा रहे।

पात्र होने के बावजूद नहीं बनवा पा रहे पेंशन

बहुत से बुजुर्गों की उम्र 60 से 65 साल तक हो चुकी है। लेकिन उनके पास उम्र का कोई प्रमाण नहीं होने के कारण पेंशन नहीं बन पाई। जींद जिले के शामलो कलां गांव के प्रेम जो 65 साल से भी ज्यादा उम्र के हैं। अविवाहित हैं और पढ़े-लिखे भी नहीं हैं। जिसके चलते उनके पास उम्र का कोई प्रमाण नहीं है। आज तक उनकी पेंशन नहीं बनी है। बुजुर्ग आय के प्रमाण के लिए मेडिकल कैंप शुरू करने की मांग कर रहे हैं।

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