हरियाणा में निठारी कांड! रेप के बाद गला घोंटकर मारता, बोरे में लाश भरता था ‘मुंडकटा’ फिर ….

फरीदाबाद : पूरे देश को झकझोर देने वाले नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड जिसमे 17 लड़कियों की हत्याएं हुई, उन्हें मारने वाले सीरियल किलर सुरेंद्र कोहली और मोनिंदर सिंह पंढेर को लोग अभी तक भूल नहीं पाए हैं। वहीँ हरियाणा में भी निठारी कांड के याद ताजा हो गए जब पुलिस ने एक ऐसे सीरियल किलर के बारे में खुलासा किया जो पिछले दिनों एक छात्रा के मर्डर में गिरफ्तार हुआ था।

सीरियल किलर सिंहराज फरीदाबाद के सेक्टर-16 में 10 साल से अधिक समय पहले बंद हुए सिटी हॉस्पिटल में चौकीदारी करता था। बीते तीन साल में उसने तीन किशोरियों समेत चार लड़कियों की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इन सभी मामलों में पहले वो किशोरियों संग छेड़छाड़ करता था जब वे उसका विरोध करतीं तो उन्हें मार डालता था। आरोपित सिंहराज ने 31 दिसंबर को भी ऐसी ही एक वारदात को अंजाम दिया था। इसमें उसने अपने दोस्त की बेटी को अपनी हैवानियत का शिकार बनाते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया था।

कैसे खुला इस सीरियल किलर का राज

डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान ने बताया कि 22 वर्षीय युवती की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने आरोपी सिंहराज को गिरफ्तार किया था। सिंहराज से रिमांड के दौरान पूछताछ में पता चला कि वह एक सीरियल किलर है जो इससे पहले भी तीन नाबालिग लड़कियों की हत्या कर चुका है। 31 दिसंबर को आरोपी ने 22 वर्षीय लड़की को सेक्टर 17 नहर के पुल के पास ले गया और उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की जिसका विरोध करने पर आरोपी ने गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को नहर में ढकेल दिया। आरोपित को लगा कि युवती नहर में बह गई। मगर उसका शव झाड़ियों में फंसकर नहर किनारे ही रह गया था। इस वजह से युवती की बॉडी रिकवर हो सकी। डीसीपी ने कहा, ‘हमारी टीम उससे पूछताछ कर रही है और हमें उम्मीद है कि कुछ अन्य मामले भी सुलझ जाएंगे।’ 

एससी-एसटी एक्ट में भी दर्ज हुआ मुकदमा

इस मामले में शिकायत के आधार पर गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में युवती की डेड बॉडी मिलने पर हत्या की धाराएं लगाने के बाद इस केस की जांच क्राइम ब्रांच डीएलएफ को सौंपी गई थी। सेक्टर 17 नहर पुल के पास झाड़ियों से युवती का शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। एसीपी क्राइम की अगुवाई में गठित की गई टीम ने पुलिस टीम ने सूत्रों की सूचना के आधार पर आरोपी को वजीरपुर मास्टर रोड से पकड़ लिया गया। केस में एससी एसटी एक्ट लगाकर जांच का जिम्मा एसपी क्राइम को सौंपा गया।

फोन कर कबूली हत्या करने की बात

जनवरी के पहले हफ्ते में, 21 साल की युवती की कथित तौर पर हत्या करने और उसके शव को नहर में फेंकने के दो दिन बाद, नागर को पता चला कि शव झाड़ियों में फंस गया है।  इसके बाद उसने अपने गांव में महिला की दादी को फोन किया और हत्या करने की बात कबूल कर ली। महिला की दादी ने पुलिस को नागर के बारे में सूचित किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।  नागर ने पुलिस को बताया कि उसने 2019 से अब तक तीन नाबालिग लड़कियों का बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी है। 

सिंहराज को लोग कहते थे मुंडकटा 

सीरियल किलर सिंहराज जलालत से काफी चिढ़ता था। उसे अगर कोई जलील कर देता था तो उससे वो खुंदक रख लेता था। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि सभी हत्याओं में यह बात बिलकुल कॉमन निकलकर सामने आई है। आरोपित सिंहराज पर साल 1986 में अपने चाचा व उनके बेटे की हत्या का आरोप था। दोनों की हत्या सिर काट कर की गई थी। इस वारदात के लिए उसे छायंसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था मगर वो साक्ष्य के अभाव में कोर्ट से छूट गया था। लेकिन दोनों की गला काट कर हत्या करने की वजह से  सिंहराज के परिवार को लोग मुंडकटा के नाम से बुलाते थे। कोर्ट से छूटने के बाद में वह चौकीदारी का काम कर रहा था।

पहला मामला: भाई से खुंदक बनी पहली किशोरी की हत्या की वजह

आरोपित सिंहराज सेक्टर-16 सिटी अस्पताल में चौकीदारी करता था। वहीं पास ही में यूपी के झांसी निवासी एक परिवार चाय की रेहड़ी लगाता था। दिसंबर 2019 में आरोपित मृतक किशोरी के भाई की चाय की रेहड़ी पर चाय पीने गया। वहां उसने चाय ली और कुछ बिस्कुटों को चुपचाप अपनी जेब में रख लिया और वहां से बिना पैसे दिए जाने लगा। इस बात को मृतका का भाई गौर कर रहा था। उसने सिंहराज को टोका और जेब में रखे बिस्कुट के पैसे देने को कहे।

इसके बाद मृतक किशोरी के भाई ने उसे जलील करके अपनी दुकान से भेज दिया था। इस बात से आरोपित उससे खुंदक रखने लगा था। आरोपित ने 16 दिसंबर को मौका पाकर 14 साल की किशोरी को बहलाकर रात के समय अस्पताल में बुलाया और छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी ने जब विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी। मृतक किशोरी के भाई ने बताया कि उसने अपनी बहन की गुमशुदगी थाना सेक्टर-17 में दर्ज करवाई थी। मगर उसका कोई पता नहीं लग सका था।

दूसरा मामला: मार्केट से लौट रही किशोरी को बनाया था शिकार

2 अगस्त 2020 के समय हर तरफ लॉकडाउन का असर था। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता था। आरोपित ने सागर सिनेमा की तरफ से बाजार से लौट रही 12 साल की किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ अस्पताल परिसर में ले गया। जहां आरोपित ने उसके साथ जोर जबरदस्ती की। बच्ची ने जब आरोपित का विरोध किया तो उसने उसे जान से मार दिया। किशोरी के परिजन मेरठ के रहने वाले थे और जिले में मजदूरी का काम करते थे। इस मामले में किशोरी के परिजनों ने गुमशुदी की रिपोर्ट सेक्टर-17 थाने में दर्ज करवाई थी।

तीसरा मामला: अस्पताल की सफाईकर्मी किशोरी को भी बनाया निशाना, विरोध पर उतारा मौत के घाट

बीते साल मई महीने में घर से हॉस्पिटल काम करने आई किशोरी को सीरियल किलर सिंहराज ने ही अपना शिकार बनाया था। 15 साल की किशोरी अपनी मां को घर से यह बता कर आई थी कि वो अस्पताल अपने बकाया पैसे लेने जा रही है। इसके बाद किशोरी गयाब हो गई थी। उसके परिजनों ने थाना सेक्टर-17 में इस मामले में मुकदमा भी दर्ज करवाया था। सिंहराज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब किशोरी अस्पताल आई तो उसके साथ उसने छेड़छाड़ की। जिसका वो विरोध करने लगी इसी ताव में उसने उसकी हत्या कर दी।

सभी को गला दबाकर मारा, इस तरह देता था वारदात को अंजाम

आरोपित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो पहले किसी कपड़े से किशोरियों का गला दबा देता था। इसके बाद वो उन्हें बोरे में भरकर अपनी साइकिल पर रखकर देर रात ही आगरा नहर में फेंक आता था। ऐसे कामों के लिए वो हमेशा अपने साथ एक गमछा भी रखता था। जिससे वो आसानी से गला दबाकर किशोरियों को मौत के घाट उतार देता था।

चौथी वारदात: 31 दिसंबर को छात्रा को उसी की चोटी व मफलर से घोटा था गला

आरोपित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो युवती को पिछले करीब एक 2 साल से जानता था। 31 दिसंबर को जब युवती ओल्ड सब्जी मंडी से ऑटो में बैठकर चली तो आरोपी ने उसे 17-18 के चौक पर बुला लिया। वहां से आरोपी युवती को सेक्टर 17 पुल के पास ले गया जहां उसने उसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की तो युवती ने विरोध किया जिस पर उसी की चोटी व अपने मफलर से उसका गला दबाकर हत्या कर दी और उसका मोबाइल फोन अपने साथ लेकर फरार हो गया था।

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