नारनौल : Mausam Ki Jankari : अभी धीरे-धीरे मौसम साफ होने और सुनहरी धूप खिलने से उत्तरी मैदानी राज्यों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी। जिस कारण ठंड का प्रभाव कम हो रहा था। परंतु अब मैदानी राज्यों में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 2 फरवरी को मध्यम श्रेणी का वेस्टर्न डिस्टरबेंस भारत में प्रवेश हो रहा है जिस कारण मौसम एक बार फिर पलटी मारेगा। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि फरवरी के महीने में आने वाले दिनों में लगातार भारत में वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने और अगले 10 दिनों के अंदर ( 2 तथा 6 और 10 व 12 फरवरी ) को वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होने वाले हैं जिसकी वजह से पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार भारी मात्रा में हिमपात और मैदानी राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां होने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं जिसकी वजह से शीत ऋतु के दिनों में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
2 फरवरी को मध्यम श्रेणी के वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से उत्तर पश्चिमी राजस्थान और पंजाब पर एक प्रेरित साइक्लोनिक सरकुलेशन बनने जा रहा है और अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने की वजह से यह मध्यम श्रेणी का वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक शक्तिशाली मौसमी प्रणाली में तब्दील हो जाएगा और जिसका प्रभाव से पछुआ पवनों का मिलन दक्षिणी पूर्वी और दक्षिणी पश्चिमी नमी वाली पवनों का मिलन होने से 2 फरवरी से 5 फरवरी तक उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, लेह लद्दाख पर भारी मात्रा में हिमपात और मैदानी राज्यों में हरियाणा, एनसीआर दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, उड़ीसा, झारखंड, सिक्किम, पश्चिमी बंगाल, तक भारी मात्रा में बारिश की गतिविधियां होने वाली हैं और सिमित स्थानों पर ओलावृष्टि होने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। इस दौरान पवनों की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होने वाली है।
2 फरवरी से बारिश की संभावना
पूरे इलाके पर 2 फरवरी को सुबह से ही बादल अपना डेरा जमा लेंगे और हरियाणा, एनसीआर दिल्ली में इस मौसम प्रणाली का प्रभाव 2 फरवरी को रात्रि 9-10 बजे से अंबाला, पंचकूला, कालका, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और उसके बाद रात्रि बाद 3 फरवरी को अलसुबह 1 से 2 बजे से हिसार, भिवानी, रोहतक, टोहाना, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला, कालका, यमुनानगर, चंडीगढ़, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर चरखी दादरी और उसके बाद सुबह एनसीआर, दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल, सोहना, तावडू और चंडीगढ़, अंबाला, पंचकूला, कालका, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत जिलों हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश और सिमित स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की प्रबल संभावनाएं बन रही है।
अगले एक सप्ताह ऐसा रहेगा मौसम
भारतीय मौसम विभाग ने पूरे इलाके पर येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इस मौसम प्रणाली का प्रभाव मध्य और पूर्वी हरियाणा के जिलों पर और एनसीआर दिल्ली के अधिकतर स्थानों पर 3 फरवरी को ज्यादा रहने वाला है। 4 तारीख को सुबह तक मौसम प्रणाली का प्रभाव हरियाणा से हट जाएगा और 5 फरवरी को फिर से पवनें उत्तरी पश्चिमी हो जाएंगी जिससे हरियाणा, एनसीआर-दिल्ली में फिर से ठंड अपना तीखे तेवरों से आगाज करेंगी।
6 फरवरी को एक कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस भारत में प्रवेश करने वाला है जिस कारण उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार भारी मात्रा में हिमपात होने और फिर से आने वाले दिनों में शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति बनने की प्रबल संभावनाएं बन रही है। पश्चिमी व दक्षिणी हरियाणा के जिलों सिरसा, फतेहाबाद हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़ पर कम प्रभाव रहने वाला है। इन जिलों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी का 3 फरवरी को दोपहर बाद प्रभाव देखने को मिलेगा और जिला महेंद्रगढ़ मौसम प्रणाली द्वारा केवल कनीना पर ठीक ठाक प्रभाव रहेगा जबकि नारनौल, महेंद्रगढ़, सतनाली, अटेली, नांगल चौधरी को दोपहर बाद हल्की बारिश और बुंदाबांदी की गतिविधियां देखने को मिलेगी। 8 फरवरी को भी एक-दो स्थानों पर बिखराव वाली बारिश की गतिविधियां देखी जाएंगी