अब पराली से बढ़ेगा मिट्टी का पोषण; पराली गलाने के लिए घर पर ही बनाएं डिकम्पोजर, देखें तरीका

सफीदों : खेत में पराली जलाने से जहां वायु प्रदूषण Air Pollution होता है, वहीं मिट‍्टी की उपजाऊ क्षमता भी कम होती है। पराली जलाने वाले किसानों पर सरकार Government भी जुर्माना लगाती है। अगर किसान पराली का समाधान करना चाहते हैं तो घर में ही डिकम्पोजर Decomposer बनाकर खेत में पराली को गला दें। कृषि वैज्ञानिक डा. सुभाष चंद्र ने बताया कि धान की पराली जलाने से किसान अब तौबा करने लगे हैं। वे अब पराली से मृदा के पोषण का काम लेने लगे हैं।

उन्होंने बताया कि पांच लीटर पानी में 150 ग्राम गुड़ गर्म करें। ठंडा होने पर उसमें 50 ग्राम बेसन और डिकम्पोजर के चार कैप्सूल मिला दें। चार दिन बाद चार लीटर गुड़ का और घोल तैयार करें और दस दिन के बाद पूरे घोल को एक एकड़ के लिए 200 लीटर पानी मे 10 लीटर घोल मिलाकर धान की पराली सहित फसल अवशेषों पर छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि डिकम्पोजर फसल अवशेषों को लाभकारी खाद में तब्दील कर देगा और इससे मृदा शक्ति बढ़ेगी तथा पर्यावरण का संरक्षण भी होगा।

 

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