दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए हरियाणा के इन गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण, किसानों को मिलेगा भारी मुआवज़ा

नूंह : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा हरियाणा सहित कई राज्यों से निकाला जा रहा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे नूंह जिले के विकास की नई इबारत लिखेगा। यह हाईवे नूंह जिले के 47 गांवों के बीच से निकाला जा रहा है। इससे न केवल किसानों को भारी भरकम मुआवजा मिला, बल्कि यहां भविष्य में कई बड़े औद्योगिक हब खोले जाने की योजना है। इस एक्सप्रेस हाईवे पर तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही इसे जगह-जगह से शुरू किया जाएगा।

यह एक्सप्रेस वे मेवात के विकास की नई इबारत लिखेगा। आने वाले समय में यहां काफी उद्योग धंधे, वेयर हाउस सहित तरह-तरह की इंडस्ट्री शुरू होंगी । इस हाईवे से मेवात का भविष्य सुनहरा है, क्योंकि यह पूरे मेवात को क्रॉस करता हुआ निकल रहा है। इससे यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं। सरकार की यह मेवात को ऊंचा उठाने व यहां विकास पहुंचाने की सबसे बड़ी सौगात है। यहां का कल बेहतर और सुनहरा होगा। करीब 900 किलोमीटर लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर वर्ष 2019 में काम शुरू हो गया और तेजी से चल रहा है। बहुत जल्द यह शुरू होगा। भारत माला परियोजना के तहत नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की देखरेख आठ लेन का इसे बनाया जाएगा।

कहां से गुजरेगा ये एक्सप्रेस वे :

यह मेगा एक्सप्रेस वे नूंह जिले के तीन खंडों नूंह , नगीना , फिरोजपुर झिरका के करीब 47 गांवों के बीच से निकलेगा। इसमें हरियाणा के 3 जिले , राजस्थान के 7 जिले , मध्यप्रदेश के 3 जिले , गुजरात के 3 जिलों सहित कुल 16 जिलों से निकाला जा रहा है। नूंह इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली की तरफ से भिरावटी गांव से जुड़ेगा तथा फिरोजपुर झिरका के कोलगांव से राजस्थान में प्रवेश करेगा। इसकी लंबाई करीब 80 किलोमीटर होगी। फिलहाल इसमें नूंह खंड में केएमपी के पास तथा फिरोजपुर झिरका बीवां मार्ग पर चढऩे तथा उतरने के लिए कट दिया गया है।

इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण : दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस-वे में नूंह तहसील के 15 गांव , फिरोजपुर झिरका तहसील के 20 गांव , नगीना सब तहसील के 12 गांव सहित कुल 47 गांव शामिल किए गए हैं। नूंह के भिरावटी , हिलालपुर , कालियाका , उलेटा , हसनपुर सोहना , नौसेरा , जयसिंहपुर , कलिंजर , संगेल , खलीलपुर , कुर्थला , गोलपुरी , प्रतापनगर , बझेड़ा , देवला नंगली शामिल हैं। नगीना सब तहसील के उमरी, रीठठ , रनियाली , सुखपुरी , रनियाला पटाकपुर , ढाढोली कला , ढाढोला , खानपुर घाटी , झिमरावट, मरोड़ा , गुर्जर नंगला, बसई खानजादा , खेड़ली कलां गांव को शामिल किया गया है। फिरोजपुर झिरका तहसील के हिरवाड़ी – बावनठेड़ी , अलीपुर तिघरा , घाटा शमशाबाद , भाकडोजी , बेरियाबास , इब्राहिम बास , सायमिरबास , कोलगांव , रीगड़ , अगोन अखनाका , पथराली , बाईखेड़ा , महूं , चितौड़ा , नहारिका , रवा , बघौला , शाहपुर , खेड़ला कला गांव के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है। नूंह खंड में सबसे अधिक मुआवजा जयसिंहपुर गांव का 1,37,78,285 रुपए (प्रति एकड़) है तो सबसे कम नौसेरा गांव 60,30,239 रुपए (प्रति एकड़) है।

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