ITI पास के लिए खुशखबरी, सरकारी दफ्तरों में करेंगे काम, शैड्यूल जारी

नारनौल : (ITI) कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने अप्रेंटिसशिप के तौर प्रशिक्षुओं को सरकारी दफ्तरों में लगाने के लिए शैड्यूल जारी किया है। आईटीआई पास इन प्रशिक्षुओं को एक साल तक अप्रेंटिसशिप करने की एवज में मासिक मेहनताना भी मिलेगा।पिछली दफा महेंद्रगढ़ जिला से करीब 500 आईटीआई पास विद्यार्थी प्रशिक्षु के तौर पर सरकारी विभागों में लगे थे।

हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग निदेशक ने यह आदेश जारी किए है। आदेशों में कहा गया है कि प्रदेश सरकार के अधीन सभी विभागों, बोर्ड, कॉरपोरेशन एवं निगमों आदि के कार्यालयों में अप्रेंटिसिस एक्ट-1961 के तहत ट्रेड अप्रेंटिस लगने के लिए आईटीआई (इंडस्ट्रियल टे्रनिंग इंस्टीट्यूट) पास इच्छुक उम्मीदवार पोर्टल पर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड कार्यालयों में अप्रेंटिस लगने हेतु पोर्टल के माध्यम से वर्ष 2021 की प्रथम अनुसूचि के प्रथम चरण के लिए 11 जनवरी 2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। प्रथम चरण के लिए निर्धारित अंतिम तिथि तक प्राप्त आवेदनों पर ही विचार किया जाएगा जिसका विस्तृत विवरण विभागय वैबसाइट पर उपलब्ध है।

उम्मीदवार, हरियाणा राज्य का स्थाई निवासी हो या दसवीं कक्षा हरियाणा राज्य से पास की हो। प्रत्येक प्रतिष्ठान में अप्रेंटिसशिप हेतु उपलब्ध सीटों के प्रति 20 प्रतिशत सीटों पर अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को एवं 27 प्रतिशत सीटों के प्रति पिछड़ी श्रेणी के उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी। आवेदकों को सलाह दी जाती है कि पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन में स्वयं की ई-मेल आईडी, अपना मोबाइल नंबर व अपना आधार नंबर सही दर्ज करें। पोटर्ल द्वारा सभी सूचनाएं उम्मीदवार की ई-मेल आईडी/मोबाइल नंबर पर ही भेजी जाएगी। किसी भी जानकारी के लिए निकटतम राजकीय आईटीआई संस्था में संपर्क कर सकते है।

अप्रेंटिस क्या है?

अपरेंटिस का अर्थ होता है प्रशिक्षु। अप्रेंटिसशिप एक प्रकार की प्रशिक्षण प्रणाली है, जिसमें उम्मीदवार को नौकरी के सारे गुर सिखाए जाते हैं। ये एक प्रकार की ट्रेनिंग प्रक्रिया होती है। इसमें किसी सरकारी दफ्तर में होने वाले काम का प्रशिक्षण दिया जाता है। अप्रेन्टिशशिप एक दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली है। जिसमे प्रशिक्षु उद्यौगिक पर्यवेक्षण के अंतर्गत ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण (ओजेटी) और कक्षा संबंधित निर्देश दोनों का ज्ञान प्राप्त करता है। इसके माध्यम से प्रशिक्षु कुशल व्यवसाय के व्यावहारिक और सैद्धांतिक पहलुओं को सीखते हैं। यह अप्रेंटिसशिप एक साल की कुशलता और योग्यता की ट्रेनिंग होती है। इसमें प्रशिक्षु को मासिक मेहताना भी दिया जाता हैं।

क्या कहते हैं प्राचार्य

आईटीआई नारनौल के प्राचार्य रविंद्र कुमार ने बताया कि उच्चाधिकारियों की ओर से निर्देश जारी किए गए है। अप्रेंटिसशिप के लिए सरकारी विभागों को वेबसाइट को अपडेट करने को कहा गया है। अप्रेंटिसशिप के लिए विभिन्न सरकारी विभागों में एक साल के लिए आईटीआई पास विद्यार्थियों को प्रशिक्षु के तौर पर लगाया जाएगा। उन्हें कुछ मासिक वेतन भी मिलेगा।

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