134A Admission : अभिभावकों को मिली थोड़ी राहत, 31 दिसंबर तक बढ़ाई दाखिले की तारीख
इससे पहले शिक्षा सदन पहुंचे सतबीर सिंह, हरदेव सिंह, कृष्णा, सवनीत, राजीव, संजीव कुमार, तवसून, रमन व अन्य अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने पुराने स्कूल से टीसी ले ली है। अब न तो नए स्कूल में दाखिला हो रहा है और न ही पुराना स्कूल उनके छात्रों को ले रहा है। इस कारण वह ज्यादा परेशान हो गए हैं।
इस पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अभिभावकों को इस बारे में पहले जिला स्तर पर हुई बैठक और सीएम के साथ होने वाली बैठक के बारे में जानकारी दी। साथ ही आश्वासन दिया कि दाखिले की तारीख को आगे बढ़ा दिया जाएगा। मगर, आश्वासन मिलने के बाद भी अभिभावक दोपहर तक कार्यालय से तस से मस नहीं हुए।
इसके बाद दोपहर दो बजे के करीब दाखिले की तारीख को 31 दिसंबर तक बढ़ाने को लेकर पत्र जारी हुआ। तब अभिभावकों ने राहत की सांस ली। वहीं अब उम्मीद जग गई है कि चयनित छात्रों को 134ए के तहत दाखिला मिल जाएगा।
यह बोले अभिभावक
हमारे बच्चे का लिस्ट में नाम आया हुआ है। हम पिछले कई दिनों से कभी स्कूल तो कभी विभाग के चक्कर काट रहे हैं। मगर, कोई समाधान नहीं निकला। शुक्रवार को आखिरी तारीख थी। इसीलिए यहां विभाग के कार्यालय में आए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि तारीख बढ़ा दी गई है। -परविंद्र सिंह, अभिभावक
134ए के तहत परीक्षा भी हो गई और कह भी दिया कि दाखिला ले लो। मगर, प्राइवेट स्कूल वाले साफ मना कर रहे थे। अब अधिकारियों ने कहा कि उनकी बैठकें चल रही हैं और तारीख भी आगे बढ़ा दी गई है। इतने दिन में तो बहुत परेशान हो गए थे। – जसबीर सिंह
हम तो इस प्रक्रिया में दाखिला करवाते-करवाते परेशान हो गए हैं। शुक्रवार को दाखिले की तारीख को बढ़ा दिया गया है। दाखिला प्रक्रिया को लेकर सीएम से भी बातचीत चल रही है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी विद्यार्थियों का दाखिला करवा दिया जाएगा। – कृष्णा देवी।
दाखिला प्रक्रिया में हम पूरी तरह उलझ गए थे। समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर क्या करें। शुक्रवार को दाखिला लेने की आखिरी तारीख थी। इसी कारण मजबूरी में यहां विभाग आना पड़ा। अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि तारीख को बढ़ा दिया गया है।– रमन
दोपहर को शिक्षा निदेशालय की ओर से पत्र जारी किया गया है। अब दाखिले की तारीख को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। साथ ही इसके लिए परिवार पहचान पत्र भी जरूरी कर दिया गया है।-अनूप जांगड़ा, डीईईओ, अंबाला।