शादी की उम्र 21 तो ठीक पर प्रेम विवाह में माता पिता की मौजूदगी हो जरूरी, मामले पर 23 को खाप महापंचायत

सोनीपत : लड़की की शादी के लिए 21 साल उम्र करने के मुद्दे पर 23 को जींद में खापों की महापंचायत होगी। दहिया खाप के पदाधिकारी सुरेंद्र दहिया ने सरकार से हिंदू मैरिज एक्ट में बदलाव की मांग की है। उनका कहना है कि प्रेम विवाह के दौरान युवक-युवती के माता-पिता की मौजूदगी अनिवार्य की जाए।

दहिया खाप के पदाधिकारी सुरेंद्र दहिया ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से लड़कियों की शादी की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 साल करने के कदम पर 23 दिसंबर को जींद में खापों की महापंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर खाप अपना पक्ष रखेंगी।

वह शनिवार को हरियाणा के सोनीपत में ट्रक यूनियन कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सुरेंद्र दहिया ने कहा कि वर्तमान में ज्यादातर लड़कियां 24-25 वर्ष की आयु में ही शादी करती है। सरकार ने अगर शादी की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष का फैसला लिया है तो काफी सोच-समझकर ही लिया होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर भारत की एक महत्वपूर्ण मांग पर भी सरकार अगर गंभीरता दिखाए तो कई प्रकार के विवाद सुलझ जाए।

उन्होंने सरकार से हिंदू मैरिज एक्ट में बदलाव किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि गांव व आसपास के भाईचारे और गोत्र को लेकर हिंदू मैरिज एक्ट में संशोधन किया जाए। प्रेम विवाह के लिए माता-पिता की मौजूदगी भी अनिवार्य करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि हिंदू मैरिज एक्ट में अगर यह बदलाव हो जाए तो शादी को लेकर समाज के अधिकतर विवाद पैदा ही नहीं होंगे। यहीं नहीं इसके बाद बेशक लड़की की शादी की न्यूनतम उम्र 24 वर्ष कर दी जाए, इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। सुरेंद्र दहिया ने कहा कि जींद में आयोजित होने वाली खापों की महापंचायत में प्रदेश की सभी खापें मिलकर फैसला करेंगी और आपसी विचार-विमर्श के बाद लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल किए जाने वाले कदम पर अपना रुख साफ करेंगी।

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