HSSC : हरियाणा पुलिस पेपर लीक मामला, ऐसे करवाई जाती थी ‘सेटिंग’, शुरू से समझें सारा मामला

पंचकुला : Haryana Police Constable Recruitment Paper Leak – हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा मामले में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है। इस मामले में कर्मचारी चयन आयोग की तऱफ से FIR दर्ज करवाई गई है और आंसर की मामले की जांच करवाने की मांग की है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से सिपाही पद की लिखित परीक्षा में दूसरे के स्थान पर पेपर देते, लीक करते व आंसवर-की के साथ पकड़े 12 आरोपियों को कैथल व करनाल पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश किया।

कोर्ट ने 8 आरोपियों को पुलिस रिमांड पर, एक को जेल और 3 को न्यायिक हिसासत में भजने का आदेश दिया है। पुलिस सभी आरोपियों ने उनके साथियों का पता लगाने का प्रयास करेगी। हैरत की बात यह है कि कैथल पुलिस द्वारा पकड़े गए 3 आरोपियों से मिली 98 प्रश्नों की आंसर-की का पेपर के साथ मिलान करने पर 82 जवाब सही पाए गए।

सुबह के पेपर की कॉपियां व्हाट्सएप ग्रुपों और सोशल मीडिया पर छाई रही। इसके बाद शाम के पेपर की तस्वीरें युवाओं के व्हाट्सएप ग्रुपों में पहुंचनी शुरु हो गई। जिसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार किया है।

जानकारी के मुताबिक पेपर लीक का पहला खुलासा फतेहाबाद जिले से हुआ था। यहां पर पुलिस की टीम ने सुबह ही अकेडमी के दो संचालकों को हिरासत में लिया। जिसके बाद तार जुड़ते गए और कैथल व करनाल तक पुलिस पहुंच गई।

दरअसल मामला फतेहाबाद से शुरु हुआ था। फतेहाबाद के जांडवाला सौत्र निवासी वीरेंद्र ने पुलिस भर्ती के लिए फार्म भरा था। इसके बाद वीरेंद्र को पता चला कि फतेहाबाद में लक्ष्य अकेडमी का संचालक पैसे लेकर नौकरी लगवाता है।

इसके बाद 4 अगस्त को वीरेंद्र की मुलाकात फतेहाबाद में सतीश से होती है। सतीश इसको आगे दरियापुर निवासी कुनाल के पास भेज देता है। इसके बाद 6 अगस्त को वीरेंद्र की मुलाकात कुनाल और सतीश से होती है।

वीरेंद्र ने बताया कि 6 अगस्त को मुलाकात हुई थी जिसमें पुलिस भर्ती के पेपर पास करवाने और नौकरी लगवाने की एवज में 18 लाख रुपये की मांग की। वीरेंद्र ने कहा कि उसका 7 अगस्त को सिरसा में स्थित गुरु नानक स्कूल में परीक्षा है, इसकी जानकारी WhatsApp के जरिये आरोपितों को दे दी थी।

वीरेंद्र सिरसा में अपना पेपर देने के लिए आया और उसके बाद पेपर देकर फतेहाबाद पहुंचा। पेपर में पास करवाने की डील करने वालों ने उसकी कोई मदद नहीं की जिसके बाद वीरेंद्र सीधा पुलिस के पास पहुंच गया।

पुलिस की टीम ने तुरंत ही एक्शन लेते हुए अकेडमी में जाकर दोनों आरोपितों को काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपित कैथल के युवक के संपर्क में थे। इसी सूचना का इनपुत फतेहाबाद पुलिस ने कैथल पुलिस को दिया तो सीआईए कैथल की टीम ने एक आरोपित को कैथल से धर दबोचा।

कैथल के माता गेट एरिया से पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया जिनमें से दो जींद जिले के उचाना और एक युवक थुआ गांव का निवासी हैं। सुबह के सत्र में पकड़े गए इन पेपर साल्वरों से आंसर की बरामद होने के बाद पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि तीनों के तार हिसार से भी जुड़े हैं।

 

इनमें से तीन युवक गांव खापड़ जिला जींद निवासी संदीप, गौतम व प्यौदा निवासी नवीन को आंसवर-की के साथ माता गेट से पकड़ा। आंसर-की थुआ गांव जींद जिला निवासी रमेश ने उपलब्ध करवाई थी। वह कैथल में कोचिंग सेंटर चलाता है और एक आंसर की के बदले 12 लाख रुपये ले रहा था।

पुलिस ने जींद से पांच युवकों को पकड़ा है। इनमें एक कोचिंग सेंटर संचालक है। पुलिस ने हिसार से भी दो युवकों को पकड़ा है इनमें एक उकलाना और एक भिवानी का रहने वाला है। कैथल पुलिस की ओर से हिसार की लघु सचिवालय कालोनी में नरेंद्र नाम के युवक की तलाश में छापेमारी की गई, लेकिन वह नहीं मिला।

परीक्षा केंद्र 102 इवनिंग सत्र के दौरान सैनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कैथल में दो विद्यार्थी शशिकांत एडमिट कार्ड नंबर 4201234301 से 200 रुपए के नोट पर और सतीश एडमिट कार्ड नंबर 4201234277 से 10 रुपए के नोट पर आंसवर-की मिली है। शशिकांत की मौके पर गिरफ्तारी कर ली गई और सतीश मौके से फरार हो गया।

हिसार से उकलाना के गांव साहू निवासी अंकित तथा भिवानी जिले के गांव चांग के संजय दहिया को गिरफ्तार किया। इन्हें अदालत में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर लिया है।आरोपित अंकित ने हरियाणा पुलिस का पेपर पास करवाने के बारे में इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाली थी। अंकित ने पोस्ट में लिखा कि 11 लाख में हरियाणा पुलिस भर्ती का पेपर पास करवाने के लिए सम्पर्क करे। आरोपित ने मोबाइल नंबर भी डाला हुआ था।

पुलिस ने करनाल से फर्जी तौर पर पेपर देते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 2 आरोपी फरार हो गए। फरार आरोपियों में एक आरोपी हरियाणा पुलिस का कर्मचारी भी है। गिरफ्तार आरोपियों में 5 एक ही गैंग के हैं, जबकि छठे आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

करनाल पुलिस ने डीएवी पीजी कालेज से आरोपी रोनक पुत्र महाबीर वासी महारा गांव सोनीपत, विक्की पुत्र रामकरण वासी खूबड़ू गांव पानीपत, मोहित वासी एकता कालोनी रोहतक, बिजेंद्र पुत्र अजीत वासी मारोत झज्जर, एसडी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल से आरोपी रंजन आलोक वासी लखनऊ यूपी और इंद्री रोड स्कूल से आरोपी अजय पुत्र मुकेश वासी टिटौली गांव रोहतक को गिरफ्तार किया है।

परीक्षा की आंसर-की के लिए 12 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। पात्र आंसर-की को नोट पर लिखकर परीक्षा केंद्र में पहुंचे मिले। एक पात्र से 200 रुपए नोट तो दूसरे से 10 रुपए के नोट पर लिखी आंसर-की बरामद हुई।

करनाल में डिटेक्टिव स्टाफ की टीम ने गांव माहरा, सोनीपत वासी रौनक की जगह डीएवी पीजी कालेज में बने केंद्र पर विक्की वासी खुबडू, सोनीपत परीक्षा दे रहा है। उसकी मदद के लिए खुद रौनक व मोहित वासी एकता कालोनी, रोहतक कर्ण लेक के समीप पार्किंग में स्विफट कार में बैठे हैं। टीम ने उन्हें तत्काल दबोच लिया।

वहीं हरियाणा सरकार लिखी बोलेरो में अन्य युवक भी थे, जो फरार हो गए। रौनक ने बताया कि उसकी जगह परीक्षा विक्की दे रहा है तो टीम ने उसे भी केंद्र पर जाकर काबू कर लिया। विक्की ने बताया कि इसी केंद्र पर उसका भी पेपर है और उसकी जगह विजेंद्र वासी मारोत जिला झज्जर परीक्षा दे रहा है। टीम ने उसे भी काबू कर लिया।

करनाल में जब डिटेक्टिव स्टाफ की टीम ने छापेमारी की तो एक आरोपित बोलेरो गाड़ी लेकर फरार हो गया। बोलेरो गाड़ी पर हरियाणा सरकार लिखा हुआ था। अब तक ये जांच का विषय है कि गाड़ी पर किसी योजना के तहत हरियाणा सरकार लिखा था या फिर किसी अधिकारी की यह गाड़ी थी।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हरियाणा सरकार लिखी बोलेरो कार में झज्जर के गांव महतदपुर माजरा निवासी प्रवेश था जो फरार हो गया। बताया जा रहा कि इस गाड़ी में एक पुलिस कर्मी भी था।

आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में माना कि उन्होंने एक दूसरे के आधार कार्ड व प्रवेश पत्र पर फोटो चस्पाकर स्कैन कर नए पत्र निकलवा लिए, जिनके जरिये वे केंद्रों में घुसने में कामयाब रहे। दस्तावेजों को प्रमाणित करने के लिए सोनीपत के निजी स्कूल के प्रिंसिपल की नकली मोहर लगा ली तो हस्ताक्षर भी कर दिए। मोहर भी बरामद कर ली गई।

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