कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा मामला : आंसर की के लिए एक रात पहले इतनी जुटी भीड़ के बैठने तक की न मिली जगह

कैथल : हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की आंसर की पाने को लेकर कैंडिडेट्स में खासा उत्साह था। 6 अगस्त की रात को जब आरोपी नरेंद्र ने कैथल आकर आंसर की देने की बात की तो उसकी बालाजी अकैडमी में युवाओं की तगड़ी भीड़ जुट गई। हालात यह हो गए कि वहां बैठने तक की भीड़ नहीं बची। इसके बाद किसी ने सलाह दी कि पाई गांव के पास पोल्ट्री फार्म में चले जाओ वहां बैठ कर सभी को आंसर की दे दो।

इसके बाद हिसार निवासी नरेंद्र, थुआ निवासी रमेश और आंसर की लेने वाले सभी युवक पाई गांव पहुंच गए। रात को पाई गांव की तरफ जा रहे लोगों ने जब पुलिस की गाड़ी वहां देखी तो वहां से फरार हो गए। नरेंद्र ने रमेश को फोन पर बताया कि उसने दो युवकों को व्हाट्सएप पर आंसर की पहुंचा दी है। दोनों युवक शहर के सेवन इलेवन होटल में रुके हुए हैं, उनसे वह आंसर-की ले ले। रात को ही रमेश होटल गया और आंसर की को एक कागज पर लिख लिया जो बाद में वायरल हुई थी। इसके बाद रमेश ने तैयार की हुई आंसर की नवीन, संदीप और गौतम को दे दी। यह वो कैंडिडेट थे जिन्हें पुलिस ने सबसे पहले पकड़ा था। उन समेत कई कैंडिडेट को 10 से 15 लाख रुपए में बेच दी।

सारी रात करते रहे प्लानिंग, फिर भी हुई फेल
आंसर की को परीक्षार्थियों तक कैसे पहुंचाया जाए? इसको लेकर असमंजस बना हुआ था। पहले सोचा गया कि आंसर की को परीक्षार्थियों के मोबाइल पर भेज दिया जाए। फिर यह प्लान बनाया गया कि कैंडिडेट्स को आंसर की को पढ़ाकर याद करवाया जाए। लेकिन उनकी प्लानिंग सफल ही नहीं हो पाई। रुपए कमाने के चक्कर में इतने हड़बड़ा गए कि पूरी रात रुपयों की सौदेबाजी में लगे रहे। सुबह 4:30 बजे तक आंसर की मोबाइलों पर भेजी गई। कुछ परीक्षार्थियों ने रुपए की भरपाई करने के लिए उस आंसर की को आगे फॉरवर्ड कर दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गई।

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