हिसार हत्याकांड: 4 हत्याएं कर दीवार पर लिख दिया- सब सो रहे हैं, अब शांति है; देखने दिल दहला देने वाली तस्वीरें

हिसार : हरियाणा के हिसार के गांव नंगथला में युवक रमेश ने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पूर्णमासी की रात का चयन किया। तीन दिन पहले ही उसने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी। पत्नी, दो बेटियों व बेटे की हत्या करने के बाद रमेश ने अपने कमरे की दीवार पर लिखा है- सब सो रहे हैं, अब शांति है। उसी कमरे में कुछ धार्मिक अनुष्ठान भी किया गया है। सुसाइड नोट में रमेश ने लिखा है कि वह अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या करके जान दे रहा है। मरने वालों में रमेश कुमार उम्र 35 साल, पत्नी सुनीता 38 साल, अनुष्का 14 और दीपिका 13 साल की 2 बेटियां और एक बेटा केशव 10 साल का शामिल है। पत्नी और बच्चों के शव घर के अंदर कमरे में खून से लथपथा हालत में पड़े थे और रमेश सड़क पर मिला।

कमरे में रखीं देवताओं की मूर्तियों को ताजा तिलक लगाया गया है। कुछ मूर्तियों को तोड़कर भी फेंका गया है। धार्मिक अनुष्ठान रमेश ने हत्या करने से पहले किया है या बाद में, इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है। रमेश ने पूर्णमासी की रात का चयन कर रमेश ने उसके लिए प्रसाद के तौर पर घर में ही खीर बनाई थी। बर्तन में से थोड़ी ही खीर खाई गई थी, बाकि बची खीर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।

बेटे की कॉपी में लिखा चार पेज का सुसाइड नोट – तीन दिन से सोया नहीं हूं, शांति चाहिए

  • काफी पैसा कमाया है। दुनियादारी में दिल लगाने के लिए नई मशीनें भी खरीदी, दुकान भी खरीदी लेकिन मन नहीं लग रहा। जिंदगी के आखिरी दिनों में बहुत मन लगाने की कोशिश की, अब शरीर और दिमाग हार मान चुके हैं, मन आजाद होना चाहता है। कोई सुख कोई बात मुझे रोक नहीं सकती। ये सब खत्म करने के लिए पिछले तीन दिन से तैयारी कर रहा हूं। तीन रातों से सोया नहीं हूं। अब मैं दिमाग के बोझ को उतार रहा हूं और इसका कोई अफसोस नहीं है। मेरा घर, दुकान, सामान जो भी मशीने हैं उनको बेचकर उन सबका हिसाब कर देना है, जिनका मेरे साथ लेनदेन है। ये सब करने के बाद मैंने तीन बार कंरट का तार मुंह में लेकर जान देने की कोशिश की। बाद में याद आया कि मुझे तो करंट लगता ही नही हैं। सुबह के 4:00 बज चुके हैं और अब मैं सड़क की तरफ जा रहा हूं, वहां शरीर का बोझ खत्म करना है। इतनी सर्दी में सबको परेशानी देकर जा रहा हूं, माफ करना।

परिवार ने अकेला छोड़ दिया है, प्रोपर्टी हड़प ली है, बेरहम दूनिया में बच्चों को नहीं छोड़ सकता

रमेश ने लिखा है कि भाई ने सब प्रोपर्टी हड़प ली, लेकिन मन में शांति थी, कभी विरोध नहीं किया। मेरी सविता भी जो है उसी में खुश थी । खैर मैनें भाई को माफ कर दिया था, दूसरो को देखकर खुश हो लेता था। मैं पिछले 10-15 सालों में कई बार घर से निकल चुका था और सन्यास लेने की सोच चुका था।

अब दो साल पहले हुए एक्सीडेंट ने मुझे मजबूर कर दिया है। अक्सर गले में दर्द रहता है और शरीर भी कमजोर हो गया है। कभी चिंटी को भी नहीं मारने वाला अपने परिवार को खत्म करे तो लोग गुस्सा होंगे और गालियां भी देंगे लेकिन मैं अब सन्यासी हो चुका हूं। जब मैनें इस बारे में अपनी पत्नी को बताया तो उसने भी हां में हां मिलाई और आखिरी समय तक साथ देने की बात कही।

लगातार बिगड़ते हालात में बेरहम दूनिया में अपने बीवी बच्चों को अकेला भी नहीं छोड़ सकता। इसलिए मैं इनको साथ ले गया हूं, अब पीछे रोने वाला कोई नहीं बचा है। मेरे घरवाले भाई-बहन पहले ही मुझे अकेला छोड़ चुके हैं। कोई मुझे कायर कातिल ना कहे, जो भी मेरी दौलत थी मेरे बीवी-बच्चे मैं उनको साथ लेकर जा रहा हूं।

रमेश ने आखिरी पेज पर अपने ससुरालवालों से माफी मांगते हुए लिखा है कि मैं सिर्फ आपका अपराधी हूं और बेशक मुझे कितना भी बुरा कहो, मैं बुरा बनकर जा रहा हूं। अपने मासूम बच्चों को बेरहम दूनिया में नहीं छोड़ सकता था इसलिए साथ ले जा रहा हूं। अपना ख्याल रखना, सब ठीक हो जाएगा

मामा का दावा- 5 साल से कर रहा था अजीब हरकतें

रमेश के मामा जोगेंद्र के अनुसार उसका भांजे रमेश ने स्नातक की पढ़ाई की थी। रमेश के पिता धर्मपाल उर्फ पोप सिंह भेड़ फार्म में नौकरी करता था और 2005 में धर्मपाल की मौत हो गई थी। पिता की मौत के दो साल बाद रमेश की शादी 2007 में जींद के ईक्कस गांव वासी सविता के साथ हुई थी।

जोगेंद्र के अनुसार तब तक रमेश भी आम लोगों की तरह ही था और अग्रोहा में शादी कार्ड बनाने का काम करता था। पांच सालों से रमेश दूसरे घर में परिवार के साथ रहने लगा था। तभी से वह सांप, बिच्छू पकड़ने और धार्मिक क्रियाएं करने लगा। वह जब भी अपने भांजे से कुछ पूछता तो वह सिर्फ इतना ही बोलता कि मामा सामाजिक जिंदगी जी रहा हूं। रमेश की मां ओमपति को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उसका बेटा रमेश व उसका पूरा परिवार अब खत्म हो चुका है। उसको इस बारे में बताया ही नहीं गया है।

रविवार को दुकान से जल्दी गया था रमेश, सीसीटीवी में नहीं है कोई सुराग

अग्रोहा में रमेश की दुकान के पड़ोसियों ने बताया कि रविवार को रमेश एक बार शाम को दुकान पर आया था। उस समय उसका बेटा भी साथ था। कुछ देर दुकान पर रुकने के बाद वह चार बजे के करीब वापस अपने घर चला गया था। पड़ोसियों के अनुसार रात को 9 बजे उन्होंने रमेश और उसकी पत्नी सविता को घर के बाहर घूमते हुए देखा था। इसके अलावा गांव की मुख्य गलियों में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों में रात को रमेश के आने-जाने की कोई मूवमेंट नहीं है। ऐसा लगता है कि वह खेतों के रास्ते से होकर बरवाला रोड तक पहुंचा था।

3 किलोमीटर दूर जाकर खुदकुशी की
पुलिस के अनुसार, रमेश ने डायरी में लास्ट 2 बजे का टाइम लिखा। उसकी बाइक घर पर ही खड़ी थी तो वह पैदल ही घर से निकला। करीब 3 किलोमीटर चलकर वह बरवाला रोड पर आया और झाड़ियों में छिपकर बैठ गया। फिर जैसे ही वाहन आया, वह झाड़ियों से निकला तो उसकी कमीज फंसकर फट गई। एकाएक वह वाहन के सामने आ गया, लेकिन चालक ने उसे बचाने का प्रयास किया। मौका-ए-हालात देखकर लग रहा है कि वाहन चालक ने रमेश को बचाने का प्रयास किया है, क्योंकि सड़क पर 50 मीटर तक टायर रगड़ने के निशान बने हुए हैं।

संन्यासी बनना चाहता था मृतक रमेश

भाई सुनील के अनुसार, रमेश संन्यासी बनना चाहता था। वह शादी भी करवाने को राजी नहीं था। शादी के बाद भी उसने कई बार संन्यास लेने का प्रयास किया, लेकिन घर वालों के दबाव में आकर वह संन्यास नहीं ले सका। अक्सर वह आसपास के डेरों में घूमता रहता था। उसने कई बार आत्महत्या का भी प्रयास किया।

लेकिन परिवार के लोगों ने रोक लिया। बीते कई दिनों से वह संन्यास लेने को छटपटा रहा था। पर्यावरण प्रेमी होने और संन्यास बनने की चाह में उसने अपने घर को भी छोटा मन्दिर और चिड़ियाघर जैसा बनाया हुआ था। रमेश ने सुसाइड नोट में भी यह लिखा है कि उसके रास्ते में उसके बीवी बच्चे आ रहे थे और वह संन्यास लेना चाहता था।

भाई की शिकायत पर हत्या केस दर्ज, देर शाम हुआ अंतिम संस्कार

अग्रोहा पुलिस ने इस मामले में मृतक रमेश के भाई सुनील की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया है। केस दर्ज होने के बाद अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रमेश, सविता, अनुष्का, दीपिका व केशव का पोस्टमार्टम करवाया। मेडिकल के अनुसार रमेश का एक हाथ टूटा हुआ है और सिर व छाती पर चोट है। इसके अलावा बाकियों के सिर में कुदाल के गहरे जख्म बने हुए हैं। बड़ी लड़की अनुष्का के सिर में चार बार वार किया गया है। अग्रोहा थाना प्रभारी मनोज कुमार के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए। मामले में रमेश के खिलाफ ही हत्या का केस दर्ज किया गया है।

 

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