हरियाणा रोडवेज की अब चलेंगी नई तरीके की बसें, देखे क्या होगी विशेषता

गुरुग्राम : हरियाणा रोडवेज की बसें प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के अलग अलग राज्यों में मशहूर है। सुरक्षित सफर के लिए हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) को अवार्ड भी मिल चुका है वहीं देश के अलग अलग राज्यों में अच्छी और जल्द सुविधा देने के मामले में भी हरियाणा रोडवेज अव्वल है। 

अब हरियाणा रोडवेज (Hayana Roadways)के खेमें जल्द ही नई बसें आने वाली है। इन बसों के ढांचे में बदलाव किया गया है। रोडवेज की बसों की अब ज्यादा लंबाई होगी जिससे की ज्यादा सवारी सफर कर सकेंगे। अब रोडवेज की बसें 52 की बजाय 56 सीटर आएंगी।

हरियाणा परिवहन विभाग (Haryana Transport Department) की तऱप से हाल ही में प्रदेश के डिपो के लिए 809 बसों की चेसिस खरीदी है जिनकी बॉडी सेक्शन का कार्य हरियाणा रोडवेज इंजिनियरिंग कॉर्पोरेशन गुरुग्राम (Haryana Roadways Engineering Corporation Gurugram) में चल रहा है।

हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) की बसों की लंबाई 11 की बजाय 12 मीटर की होगी। वहीं सीटों की संख्या में भी इजाफा किया जा रहा है। अब रोडवेज की बसों में 52 की बजाय 56 सीटों को किया जाएगा। हरियाणा रोडवेज की नई आ रही सभी बसें नई तकनीक बीएस-6 की होंगी। इस बसों में अलग अलग खासियत होगी वहीं सुरक्षा (Safety) के लिहाज से भी इस बार काफी कुछ नया देखने को मिल सकता है।

आपको बता दें कि सरकार (Government) ने अलग अलग डिपों में नई बसें देने का ऐलान किया है। जिसमें अंबाला में 45, करनाल में 45, पंचकूला में 45, यमुनानगर में 40, पानीपत में 40, जींद में 35, कुरुक्षेत्र में 35, कैथल में 35, दिल्ली डिपो मं 34, चंडीगढ़ डिपो में 30 व सोनीपत में 25 बसें टाटा मोटर्स की आनी हैं। बाकी जिलों में अशोक लीलैंड की बसें आनी है।

हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि यात्रियों की सुविधा और रोडवेज के सिस्टम को और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार जल्द ई-टिकटिंग सुविधा शुरू करने जा रही है। इसको लेकर मंगलवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में 4500 ई-टिकटिंग (E-Ticketing) मशीन खरीदने का फैसला लिया गया है। इसके अंतर्गत सभी 24 डिपो कवर किए जाएंगे। इस योजना को छह महीने में लागू कर दिया जाएगा।

अब हर बस में सवार यात्रियों की संख्या की होगी विभाग को जानकारी
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि ई-टिकटिंग (E-Ticketing) शुरू होने से रोडवेज बसों में फ्री पास और रियायती कोटे के तहत यात्रा करने वाली सवारियों को एक नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (National Common Mobility Card) जारी किया जाएगा। इस कार्ड को जैसे ही कंडक्टर (Conductor) अपने ई-टिकटिंग कियोस्क पर स्कैन करेगा, उस यात्री की यात्रा से संबंधित डाटा कंट्रोल रूम (Control Room) में आ जाएगा। इससे विभाग को यह जानकारी रहेगी कि फ्री पास और रियायती कोटे के तहत कितने यात्रियों ने यात्रा की है।

रूटीन यात्रियों को भी जारी किया जाएगा एनसीएमसी कार्ड
मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि रूटीन में यात्रा करने वाले यात्रियों को भी एनसीएमसी कार्ड जारी किया जाएगा। इससे वे यात्री उस कार्ड में पहले से रिचार्ज करा सकते हैं और यात्रा के दौरान महज कार्ड को स्कैन करने से उनकी यात्रा का किराया कट जाएगा। इससे वे कैशलैश सुविधा से ई-टिकटिंग का लाभ ले सकते हैं। मंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त जिस यात्रियों के पास कार्ड नहीं है वह कैश देकर भी ई-टिकटिंग मशीन से टिकट ले सकेंगे।

यात्रियो की संख्या के हिसाब से की जा सकेगी रूट शैड्यूलिंग

परिवहन मंत्री ने बताया कि ई-टिकटिंग की सुविधा से यात्रियों की संख्या का डाटा विभाग के पास रहेगा। इससे जिस रूट पर ज्यादा सवारियां यात्रा कर रही हैं, उस रूट पर ज्यादा बसों की शैड्यूलिंग की जा सकती है।  

रिवेन्यू लीकेज होगी कम

मंत्री ने बताया कि इस योजना के शुरू होने से विभाग में रिवेन्यू लीकेज भी कम होगी। कई बार टिकटों के रि-इश्यू करने व नकली टिकटों के मामले सामने आते हैं। ई-टिकटिंग मशीन से जारी टिकट को न तो रि-इश्यू किया जा सकता है और न ही उसका नकली टिकट काटा जा सकता है।

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