पानीपत में 20 फीट गहरे सीवरेज टैंक में उतरे मजदूर को बाहर निकालने गया इंजीनियर और एक अन्य, तीनों की हुई मौत

पानीपत : पानीपत के सेक्टर-23 स्थित टीडीआई सिटी (TDI City) में एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) के अंदर सीवरेज टैंक (Sewerage Tank) की जहरीली गैस से एक मजदूर, एक सिविल इंजीनियर और एक राहगीर की मौत हो गई। हादसा शुक्रवार की दोपहर करीब ढाई बजे का है। जब एक मजदूर सीवरेज मेनहोल का ढक्कन खोलकर सफाई करने नीचे उतरा लेकिन बाहर नहीं आने पर इंजीनियर (Engineer) को नीचे उतरना पड़ा, वह भी बाहर नहीं आया। इसके बाद एक राहगीर उन्हें बचाने नीचे उतरा लेकिन वह भी बाहर नहीं आया।

आनन-फानन जेसीबी की मदद से सीवरेज ( Sewerage Tank ) को तोड़ा गया और तीनों को बाहर निकाला गया। स्थानीय लोगों ने उन्हें सामान्य अस्पताल (General Hospital) पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। तीन में से राहगीर की पहचान नहीं हो सकी है। टीडीआई सिटी (TDI City) में शुक्रवार को एसटीपी के अंदर सीवरेज टैंक ( Sewerage Tank ) की सफाई करने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच यूपी के जिला अमरोहा निवासी जाहिद (18) को सीवरेज टैंक ( Sewerage Tank ) में उतरकर सफाई के लिए कहा गया। 

सीवरेज टैंक का ढक्कन न खुलने पर पास में काम कर रहे सिविल इंजीनियर (Civil Engineer) को बुलाया गया। सभी की मदद से ढक्कन खोला गया और जाहिद (Jahid) करीब 20 फीट गहरे सीवरेज टैंक में उतार गया। 10 मिनट बाद अंदर से कोई हलचल न होने पर आवाज लगाई गईं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद गांव बड़ौली निवासी सिविल इंजीनियर सुमित मिटान (26) नीचे उतरे लेकिन वह भी नीचे ही रह गए। फिर दोनों को देखने के लिए एक राहगीर नीचे गया लेकिन वह भी वापस नहीं आया। 

इसी बीच तीनों के अंदर फंस जाने से हड़कंप मच गया। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर एएसपी पूजा वशिष्ठ, चांदनीबाग थाना प्रभारी मंजीत सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। वहीं मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंची, जिन्होंने हादसे की जांच की और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कराए।

मैनेजमेंट पर आरोप, नहीं पहनाई सुरक्षा किट, न ही दी थी रस्सी
परिजनों ने मैनेजमेंट (Management) पर आरोप लगाया है कि सुपरवाइजर (Supervisor) ने मजदूर को न ही कोई सुरक्षा किट पहनाई थी, न ही कोई ऑक्सीजन मास्क पहनाया गया था। इसके अलावा नीचे उतारने से पहले उसके शरीर पर कोई रस्सी भी नहीं बांधी गई। जिस वजह से अंदर फंसे मजदूर से कोई संपर्क नहीं हो सका और उसकी मौत हो गई।

Exit mobile version