करनाल के डीटीपी की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के बाकी कई अधिकारी भी विजिलेंस के रडार पर, बड़ी कार्यवाही की तैयारी

चंडीगढ़ : करनाल में 5 लाख रिश्वत के साथ पकड़े डीटीपी विक्रम पर शिकंजा कसने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आला अफसरों को भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में सख्त से सख्त मुहिम चलाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने विजिलेंस को फ्रीहैंड देते हुए बड़े दागी अफसरों पर शिकंजा कसने की मुहिम चलाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में वे जीरो टॉलरेंस की नीति को छोड़ने वाले नहीं हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को पत्रकार सम्मेलन के दौरान भी यह संकल्प दोहराया और साफ कर दिया है कि पिछले 7 साल में उनकी सरकार ने बड़े बदलाव करने के साथ-साथ भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की मुहिम चलाई हुई है। कुल मिलाकर हरियाणा में अब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग राज्य मुख्यालय के साथ ही जिलों में तैनात डीटीपी और बाकी स्टाफ हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो के निशाने पर आ गया है।

सूत्र बताते हैं कि विजिलेंस ब्यूरो इस विभाग में मोटी कमाई करने वाले नामी-गिरामी लोगों पर किसी भी वक्त शिकंजा कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि अंदर खाने इनकी संपत्ति और लेनदन के हिसाब किताब को लेकर पड़ताल शुरू हो गई है। इसके बाद से अब इस विभाग के साथ-साथ हरियाणा शहरी निकाय विभाग के उच्च अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी नजर रखी जा रही है, जो लंबे अरसे से ऐसी सीटों पर तैनात है जहां पब्लिक डीलिंग वह पैसे को लेकर गंभीर आरोप लगते रहे हैं। आने वाले वक्त में हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो कुछ अन्य लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में हैं।

विधानसभा में गूंजा भ्रष्टाचार और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग मामला

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान करनाल के डीटीपी की गिरफ्तारी और मोटी राशि बरामद होने के बाद अब इस विभाग का मामला हरियाणा विधानसभा में हंगामे व चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां तक कि विभाग के एक अफसर एसटीपी सिहाग का नाम लेकर कांग्रेस के विधायक कुलदीप वत्स ने भरे सदन में मुख्यमंत्री और सत्तापक्ष को चुनौती देते हुए खुली जांच की मांग की। इतना ही नहीं नेता विपक्ष और कांग्रेसी विधायक उच्च स्तरीय जांच की मांग करते रहे।

मुख्यमंत्री ने बेहद गंभीरता के साथ विपक्षी पूरी बात सुनी बाद में कहा कि उनकी सरकार किसी भी भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों को बख्शने वाली नहीं है। इसी क्रम में हरियाणा जनक जनता पार्टी के विधायक रामकुमार गौतम भी इस विभाग को लेकर बजट सत्र के दौरान सवाल उठाते हुए नजर आए और गत दिवस उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस विभाग में भ्रष्टाचार के दाग आज के नहीं हैं इसलिए इसको बंद करना ही ठीक है।

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