Haryana Budget: बजट में किसको मिला क्या? पढ़ें सभी मुख्य बिंदु

चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर वित्त मंत्री तीसरे साल भी हरियाणा का बजट ( haryana Budget ) पेश किया। उन्होंने अपने ढाई घंटे के बजट भाषण में 74 पेज का मनोहारी बजट पढ़ा, टैक्स रहित इस बजट के माध्यम से उन्होंने कईं घोषणाएं कर एक तीर से कईं निशाने साधने और सूबे की जनता का दिल जीतने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) ने वित्त मंत्री के नाते 2022-23 के लिए 177255.99 करोड़ का बजट पेश किया पेश किया।

मनोहर लाल ने हरियाणा विधानसभा में मंगलवार को सुबह 10 बजे बजट भाषण की शुरुआत की। खास बात यह है कि लगातार तीसरे साल भी मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया यह बजट पूरी तरह से टैक्स रहित था। इसमें कुछ राहत जरूर दी गई हैं। इतना ही नहीं शिक्षा स्वास्थ्य और बाकी क्षेत्रों में कुछ न कुछ तोहफा देने का प्रयास मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में किया और एक तीर से कई निशाने साधे हैं।

बजट भाषण की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने सबसे पहले मातृशक्ति महिलाओं को प्रणाम किया और महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे वित्त विभाग में भी लगभग 4सौ के स्टाफ में 50 प्रतिशत लाभ महिलाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल की महामारी 3 लहरों के बावजूद हरियाणा आर्थिक मोर्चे पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुछ घोषणाओं से लोगों का दिल जीतने का प्रयास किया है साथ ही एक तीर से कई निशाने साधे।

मुख्यमंत्री ने भाजपा की वरिष्ठ स्वर्गीय नेत्री सुषमा स्वराज के नाम पर महिलाओं को उल्लेखनीय कामकाज पर पुरस्कृत करने का ऐलान किया साथ ही उन्होंने महिला उद्यमियों के लिए कई प्रकार की घोषणा करते हुए उन्हें आगे लाने का संकल्प दोहराया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुबह 10 बजे बजट भाषण की शुरुआत की और दोपहर 12:30 बजे तक बीच में कईं बार पानी पीकर 74 पेज का बजट भाषण पढ़ा। वैसे आला अफसरों को बजट भाषण साढ़े 11 बजे तक समाप्त होने की उम्मीद थी क्योंकि इसी वक्त विधानसभा में पत्रकार वार्ता रखी गई थी।

पत्रकार सम्मेलन ने बताई बजट की खूबियां

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बजट पेश करने के बाद पत्रकार सम्मेलन में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से हरियाणा कोविड की महामारी के दौरान चुनौती के बावजूद आर्थिक मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि किस प्रकार से राज्य राजस्व खर्चों में कटौती करने के साथ-साथ पूंजीगत खर्चों को बढ़ा रहा है। इतना ही नहीं ऋण लेने की सीमा के अंदर रहकर हरियाणा विकास को गति देने में सक्षम रहा है।

ओल्ड पेंशन स्कीम पर मुख्यमंत्री की फिलहाल ना

विधायक और सांसदों को न्यू पेंशन स्कीम में लाने के सवाल पर मुख्यमंत्री बोले इस पर विचार कर सकते हैं, साथ ही उन्होंने पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने पर फिलहाल ना कर दी है। सीएम ने न्यू पेंशन स्कीम के फायदे गिनवाए और कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम राज्य के खजाने पर वित्तीय बोझ वाली बात होगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ओल्ड पेंशन स्कीम की मांग को बजट भाषण के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान सिरे से खारिज कर दिया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान कई अधिकारियों द्वारा ओल्ड पेंशन स्कीम की वकालत और कर्मचारी संगठनों द्वारा उठाई जा रही लगातार मांग पर बताया कि किस प्रकार से सरकार पहले ही आर्थिक तौर से चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि विधायकों और सांसदों को न्यू पेंशन स्कीम के दायरे में लाने को लेकर विचार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई पार्टियां और नेता लोगों को मुफ्त की घोषणाएं करके अपने स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं। मनोहर लाल ने साफ कर दिया कि यह देश और प्रदेश के हित में नहीं है बल्कि हम अंतोदय की भावना से गरीब से गरीब व्यक्ति को ऊपर उठाने का काम करेंगे। इस दिशा में काम जारी है।

पंचायतों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बजट पेश करने के मौके पर महिलाओं की जमकर प्रशंसा की और कहा कि वह महिलाओं के उत्थान में सशक्तिकरण को लेकर संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पंचायती राज का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा के पंचायतों में महिलाओं कि 50 फ़ीसदी भागीदारी की वकालत की।

महिला शिक्षा के लिए खास कदम तीन नए कॉलेज

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महिला शिक्षा पर विशेष फोकस करने की बात कही और कहा कि तीन नए कॉलेज खोलने का फैसला लिया गया है, इसकी प्रक्रिया जारी है। इसमें भिवानी जिले के कुंडल सोनीपत के गन्नौर और भिवानी के छपार में महिला कॉलेज खोलने की घोषणा की गई।

और धीरे धीरे 500 होंगे संस्कृति मॉडल स्कूल

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि 136 संस्कृति मॉडल स्कूल खुल जाने के बाद इनको धीरे-धीरे बढ़ाकर 500 कर दिया जाएगा। इससे बच्चों को बेहतर और सस्ती शिक्षा मिलने के साथ-साथ प्रतिस्पर्धा वाले युग में मजबूती मिलेगी।

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