हरियाणा के सरकारी स्कूल के हॉस्टल में तीसरी कक्षा की 12 साल की मूक-बधिर बच्ची के साथ गैंगरेप, पुलिस विभाग में हड़कंप

सोनीपत : हरियाणा के साेनीपत जिले में मूक-बघिर बच्चों के सरकारी स्कूल में 12 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जींद जिले की रहने वाली बच्ची से 24 से 31 मई के बीच हास्टल में वारदात की गई। हालत बिगड़ने पर स्वजन ने बच्ची को पीजीआइ रोहतक में भर्ती कराया। अस्पताल में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि होने पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम की मौजूदगी में बच्ची ने हास्टल में वारदात वाली जगह की पहचान कर ली है। पुलिस और चिकित्सक विशेषज्ञों की मदद से बच्ची से संवाद कर रहे हैं। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एएसपी की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन कर दिया है।

जींद जिले की रहने वाली 12 वर्षीय मूक-बधिर बच्ची सिटी थाना क्षेत्र स्थित स्पेशल स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। उसको 2020 में मूक-बधिरों के सरकारी स्कूल में भर्ती कराया था। बच्ची को पिता ने 24 मई को उसको स्कूल में छोड़ा था। यहां पर उसको हास्टल में रखा गया। ग्रीष्मकालीन अवकाश होने पर वह बच्ची को 31 मई को जींद ले गए। स्वजन के अनुसार बच्ची ठीक से बैठ नहीं पा रही थी। वह दर्द से कराह रही थी। बच्ची के स्वजन ने उसके कपड़ों पर खून देखकर स्थानीय चिकित्सक को दिखाया। बच्ची का निजी अंग सूजन के चलते बाहर निकला हुआ था। चिकित्सक के परामर्श पर स्वजन ने उसको चार जून को पीजीआइ में भर्ती कराया। वहां पर चिकित्सकों की टीम ने बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म होने की पुष्टि की और इसकी सूचना एसपी कार्यालय को भेजी। इससे पुलिस में हड़कंप मच गया।

रात को ही पुलिस टीम पीजीआइ भेजी गई, लेकिन मूक-बघिर बच्ची के संकेतों को वह समझ नहीं सके। टीम प्रभारी गोहाना रोड चौकी इंचार्ज बिजेंद्र सिंह ने बताया कि रात में ही ट्रांसलेटर को बुलाकर बच्ची से जानकारी ली गई। बच्ची के पिता की शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है। इनमें हास्टल की हाउस मदर को भी आरोपित बनाया गया है। बाल विकास विभाग की विशेषज्ञ सुनीता देवी ने बताया कि बाकी दो लोग स्कूल के बाहर के बताए जा रहे हैं। वह रात को करीब साढ़े आठ बजे हास्टल में आए और वारदात को अंजाम दिया। बच्ची ने टीम की मौजूदगी में स्कूल हास्टल के रूम संख्या दो में वारदात के स्थान की पहचान कर ली है।

बनाई है एसआईटी

मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी हिमांशु गर्ग ने एसआइटी का गठन कर दिया है। एसआइटी की प्रभारी एएसपी निकिता खट्टर हैं। महिला थाना पुलिस ने मामले की फाइल एसआइटी को सौंप दी है। वहीं बच्ची की देखभाल के लिए बाल विकास विभाग की टीम को पीजीआइ में लगाया गया है। अभी बच्ची की हालत खराब है, उसका उपचार पीजीआइ में चल रहा है।

बच्ची से घटना की जानकारी ली जा रही

बच्ची के मूक-बघिर होने से संवाद में समस्या आ रही है। ट्रांसलेटर की मदद से बच्ची से घटना की जानकारी ली जा रही है। वह मानसिक दबाव में है, जिससे काउंसलिंग कराई जा रही है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि घटना हास्टल के अंदर हुई है और उसमें एक से ज्यादा लोग शामिल हैं। कितने लोग हैं यह अभी जांच की जा रही है। -निकिता खट्टर, एएसपी-सोनीपत।

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