पंचूकला में Hotel पर पुलिस की Raid: मिले प्रतिबंधित पदार्थ, विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज़
पंचकुला : चंडीगढ़ से सटे हरियाणा के पंचकुला (panchkula) में पुलिस ने सेक्टर-5 के होटल (Hotel) स्कैल में छापा मारा। प्रतिबंध के बावजूद कुछ लोग यहां हुक्का पीते मिले। पुलिस ने तीन के खिलाफ मामला दर्ज (case register) कर हुक्कों को कब्जे में ले लिया है और इनमें प्रयोग हो रहे केमिकल (chemical) को जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि यहां जिस तरह से हुक्का चल रहा था उससे कोरोना फैलने का खतरा था।
पंचकूला -5 पुलिस थाना के ASI प्रीतम सिंह (pritam singh) ने दर्ज कराई रिपोर्ट (report) में कहा है कि गश्त के दौरान उनको सूचना मिली थी कि सेक्टर-5 में स्कैल होटल के नाम से रेस्टॉरेंट और बार (restaurant and bar) मौजूद है। यहां पर लोगों द्वारा हुक्का का प्रयोग किया जा रहा है। एक हुक्का कई व्यक्ति आपस में पीते हैं और इससे कोरोना महामारी (covid infection) फैलने का खतरा है।
हुक्के जब्त, केमिकल के लिए सैंपल
सूचना के बाद पुलिस ने होटल में छापा मारा तो वहां पर बैठे लोगों को हुक्का पीने के लिए दिया जा रहा था। हुक्का बार को लेकर वहां मौजूद कर्मचारी (employee) कोई किसी प्रकार की परमिशन (permission) पेश नहीं कर सके। पुलिस ने मौजूद हुक्कों को कब्जे में ले लिया और इनमें डाले गए केमिकल के सैंपल भी लिए। इन सैंपलों (samples) को लैब में भेज कर पता किया जाएगा कि कोई प्रतिबंधित केमिकल (banned chemical) का प्रयोग तो इनमें नहीं हो रहा था। इनको सील कर दिया गया है।
इनके खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार बार में मौजूद संदीप कुमार और प्रतीक सिंह हुक्का को कई व्यक्तियों को पीने के लिए दे रहे थे। यह कोरोना महामारी की रोकथाम से संबंधित सरकारी आदेशों (government orders) की पूरी तरह से अवहेलना की जा रही थी। पुलिस ने अपने ASI प्रीतम सिंह के बयान पर पर संदीप चौहान (sandeep chouhan) निवासी सेक्टर-11 पंचकूला, प्रतीक निवासी सेक्टर-21 पंचकूला और रोबिन निवासी पंचकूला के खिलाफ धारा 188, 269 व 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राजनेता से तार जुड़े होने की चर्चा
हुक्का बार और इसमें जिन व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनके बारे में चर्चा है कि उनमें से एक सत्ताधारी पार्टी (ruling party) के वरिष्ठ नेता का रिश्तेदार है। होटल में एक पूर्व विधायक की हिस्सेदारी की भी चर्चाएं हैं। हालांकि कुछ इसे कांग्रेस के नेताओं (congress leaders) की ओर से फैलाई गई अफवाह बता रहे हैं। वहीं बहुत से ऐसे भी हैं जो एक प्रभावशाली नेता के रिश्तेदार के खिलाफ मामला दर्ज होने पर चुटकी ले रहे हैं।