हरियाणा : कोरोना के मिले 27 नए मामले, 50 फीसदी विद्यार्थी ही आएंगे स्कूल, डेंगू के हॉटस्पॉट बने छह जिले

चंडीगढ़ : हरियाणा में अगले आदेश तक सरकारी स्कूल 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ ही खुलेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को सभी विद्यार्थियों के साथ खोलने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। बीते 30 नवंबर को विभाग ने 10 दिसंबर तक 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही रोस्टर अनुसार स्कूल बुलाने का आदेश दिया था।
शुक्रवार को विभाग स्तर पर यह निर्णय हुआ कि जब तक कोविड की नई मानक संचालन प्रक्रिया जारी नहीं होती स्कूलों में वर्तमान व्यवस्था ही जारी रखी जाए। अभी कॉलेजों में भी सभी विद्यार्थियों को नहीं बुलाया जा रहा है। सरकार के आदेश अनुसार ही सभी बच्चों को एक साथ स्कूल बुलाने का फैसला लिया जाएगा।

कोरोना: 27 नए मामले

हरियाणा में कोरोना के 27 नए मामले मिले हैं। अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 217 पहुंच गई है। इनमें से 176 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। सबसे अधिक 12 केस गुरुग्राम में मिले हैं। इसके अलावा, पंचकूला में 5, फरीदाबाद 4, रोहतक 2, यमुनानगर, भिवानी, अंबाला और कैथल में 1-1 नये मरीज मिला है। 38 हजार से अधिक नमूनों में से 0.07 प्रतिशत संक्रमण दर से नए मामले मिल रहे हैं। इस समय कुल संक्रमण दर 5.56 फीसदी है और रिकवरी दर 98.67 प्रतिशत है।

थमने का नाम नहीं ले रहा डेंगू

हरियाणा में डेंगू के केस रिकॉर्ड 11712 पहुंच गए हैं। इसके साथ ही अब तक जिलों में डेंगू से 10 मरीजों की जान भी जा चुकी है। छह जिले डेंगू के हॉटस्पॉट बने हैं। गंभीर बात यह है कि दिसंबर माह में 10 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी भी रोजाना 20 से अधिक नए केस मिल रहे हैं।

चिकनगुनिया के 21 और जापानी बुखार का भी एक मामला है। सबसे अधिक केस कैथल में 1205, हिसार 1005, फतेहाबाद 993, सिरसा 985, सोनीपत 975, पंचकूला में 906 केस मिले हैं। ये छह जिले डेंगू के हॉटस्पॉट बने हैं। यहीं पर सबसे अधिक नए मरीज मिल रहे हैं।

वहीं, अब तक चरखी दादरी, करनाल में 2-2, गुरुग्राम, पंचकूला, फतेहाबाद, हिसार, नूंह और पानीपत में 1-1 मरीज की मौत हो चुकी है। इस समय प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में 79 मरीज दाखिल हैं। इनमें से सरकारी में 39 और निजी में 40 मरीज भर्ती हैं। विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद प्रदेश में डेंगू के मरीजों का मिलना चिंता बढ़ा रही है। हालांकि, विभाग को उम्मीद थी कि सर्दी के दस्तक देने पर मामले कम होंगे लेकिन तामपान में लगातार गिरावट आने के बाद भी डेंगू का लारवा खत्म नहीं हो रहा है।
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