कैथल : नियम 134A के तहत दाखिले के लिए 14 नवंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने में महज तीन दिन का ही समय बचा है, लेकिन आवेदन करने वालों की संख्या में कमी है। बीते वर्षों की तुलना में इस बार आवेदन करने वालों की संख्या महज 40 प्रतिशत है। इसका कारण देरी से शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया है।
बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण नियम 134A के तहत नए दाखिले नहीं हो पाए थे। इस बार भी कोरोना की दूसरी लहर के चलते सत्र की शुरुआत में स्कूल बंद रहे। स्कूल खुलने के बाद 134A के तहत नए दाखिलों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं थी। इसलिए अभिभावकों ने बच्चों के दाखिले करवा दिए। इसलिए अभिभावक सत्र के बीच में विद्यार्थी का स्कूल नहीं बदला चाहते।
शक्ति नगर कैथल निवासी दीपक ने बताया कि उसका बेटा तीसरी कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। आर्थिक तौर से कमजोर होने के कारण वे बेटे का दाखिला 134ए के तहत किसी निजी स्कूल में करवाना चाहते थे, लेकिन ये पता नहीं था कि इस बार आवेदन खुलेंगे या नहीं। वे बेटे की पढ़ाई अच्छे स्कूल में करवाना चाहते हैं। इसलिए आर्थिक कमजोरी के बावजूद निजी स्कूल में बेटे का दाखिला करवा दिया। फीस व दाखिला दे चुके हैं।
134ए के तहत बच्चे का दाखिला किसी दूसरे स्कूल में हुआ तो सत्र के बीच में स्कूल बदलने से बेटे की पढ़ाई प्रभावित होगी और जो फीस जमा करवाई है वह भी नहीं मिलेगी। इसलिए उन्होंने आवेदन नहीं करने का निर्णय लिया है।
ये रहेगा दाखिलों का शेड्यूल
- 14 नवंबर तक विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- 18 नवंबर तक आवेदनों की जांच होगी।
- 21 नवंबर को चयन के लिए परीक्षा होगी।
- 26 नवंबर को परीक्षा का परिणाम जारी किया जाएगा।
- 29 नवंबर को ड्रा के माध्यम से विद्यार्थियों को स्कूल अलॉट होंगे।
- ड्रा में चयनित विद्यार्थी एक दिसंबर से 10 दिसंबर तक दाखिला ले सकेंगे।
- इसके बाद भी सीटें खाली रहती है तो खाली सीटों पर ड्रा के माध्यम से दाखिला होगा।
दाखिले के लिए चाहिए ये दस्तावेज
- बच्चे व अभिभावक का आधार कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, मूल निवासी रिहायशी प्रमाण पत्र।
- बीपीएल कार्ड या दो लाख रुपए से कम आय का प्रमाणपत्र
- बच्चा जिस स्कूल में पहले पढ़ रहा है उस स्कूल से बच्चे का एसआरएन नंबर।
- जिस स्कूल में बच्चा पहले पढ़ रहा है उस स्कूल का कोड।
- अभिभावक का मोबाइल नंबर।
नियम 134ए के तहत दाखिले के लिए 14 नवंबर तक आवेदन किये जा सकते हैं। विभाग की ओर से अभिभावकों को आवेदन प्रक्रिया के बारे में जागरुक भी किया जा रहा है। कितने आवेदन आते हैं उसके अनुसार परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।
अनिल शर्मा, डीईओ कैथल