भिवानी का जन औषधि केंद्र किया गया बंद, खरीदनी पड़ रही है 3 गुना ज्यादा दाम पर दवाइयां

भिवानी : दरअसल हरियाणा के लगभग हर डिस्ट्रिक्ट में सिविल अस्पताल के साथ एक जन औषधि केंद्र की स्थापना की गई है, जहाँ लोगों क़ो बाजार से सस्ते दाम पर सरकार दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती है. यहाँ हार्ट से सम्बंधित दवाइयों पर 70 प्रतिशत की छूट और अन्य दवाइयों पर 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती है, जिससे लोगों क़ो काफी फायदा होता है. लेकिन लाइसेंस अथॉरिटी ट्रांसफर ना होने के कारण ये जन औषधि केंद्र क़ो बंद कर दिया गया है.जिसके कारण मरीज़ों क़ो आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

30 की दवाई मिल रही 100 में 

मरीज़ों क़ो बाजार से 50 से 70 फीसदी अधिक दाम पर दवाइयां खरीदनी पड़ रही है. विशेषकर हार्ट से संबंधित बीमारियों वाले मरीज़ों क़ो जो दवाई पहले जन औषधि केंद्र से 30 रूपए में मिल जाती थी, वही दवाई अब उन्हे बाजार से 100 रूपए तक में खरीदनी पड़ रही है.

बर्थ एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के पास थी अथॉरिटी 

दरअसल 2018 में जिला रेडक्रॉस सोसाइटी ने सिविल अस्पताल में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक जन औषधि केंद्र खोला जिसमें एक फार्मासिस्ट क़ो भी नौकरी पर रखा गया. इसके 6 महीने बाद इसकी जिम्मेदारी बर्थ एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी क़ो सौप दी गई. दोनों ने मिलकर डेढ़ साल तक औषधि केंद्र क़ो संभाला. लेकिन अचानक 10 दिन पहले ही रेडक्रोस ने जन औषधि केंद्र बंद कर दिया. आपको बता दें कि जन औषधि केंद्र से रोजाना लगभग 100 मरीज़ दवाइयां लेते थे. विशेषकर हार्ट के मरीज़. लेकिन ये बंद होने के कारण उन्हे खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अथॉरिटी  ट्रांसफर न हो पाना है कारण 

जन औषधि केंद्र का लाइसेंस व्यक्तिगत तौर पर है. फिलहाल जन औषधि केंद्र का लाइसेंस रेडक्रोस के सचिव के पास है. रेडक्रॉस सोसाइटी क़ो यह लाइसेंस बर्थ एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के दीपक चहल के नाम पर ट्रांसफर करना है लेकिन अब तक इसे उनके नाम पर ट्रांसफर नहीं किया गया है. यही कारण है कि औषधि केंद्र अब तक बंद पड़ा है. रेडक्रॉस सचिव प्रदीप हुड़्डा का कहना है कि जन औषधि केंद्र ना खुलने का कारण लाइसेंस अथॉरिटी का ट्रांसफर  ना होना है. इसके लिए आवेदन कर दिया गया है. जल्द ही औषधि केंद्र खोल दिया जाएगा.

बर्थ एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के संचालक संदीप चहल ने कहा कि सोसाइटी ने पांच साल के लिए रेडक्रोस के साथ अनुबंध किया हुआ है. रेडक्रॉस अब लाइसेंस अथॉरिटी बदलना चाहती है. इसलिए केंद्र बंद है. अभी लाइसेंस अथॉरी बदलने में कितना समय लगेगा अंदाजा नहीं लगा सकते.

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