जिंदा टीचर को फोन पर कहा, मंगवा लो डेथ सर्टिफिकेट, आपकी हो चुकी है कोरोना से मौत

मुंबई : कोरोना काल में जहाँ एक और जहां आम जनमानस को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा है. लेकिन सरकारी विभागों द्वारा की गई लापरवाहियों ने आम जनता की परेशानियों को बढ़ाने का काम ही किया है.

बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रहने वाले एक टीचर की.  55 वर्षीय टीचर चंद्रशेखर जोशी के पास एक फोन पर कहा गया कि उनकी कोरोना से मौत हो गई है. किसी को भेजकर डेथ सर्टिफिकेट मंगवा ले. जैसे ही चंद्रशेखर के कानों में ये शब्द पड़े, उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई. ऐसा होना लाज़मी भी था. क्योंकि किसी जीवित व्यक्ति को कहा जाए कि तुम्हारी मौत हो चुकी है, अपना डेथ सर्टिफिकेट मंगवा लो तो उसकी भी प्रतिक्रिया यही रहेगी. चंद्रशेखर हैरान थे. उन्होंने फ़ोन पर कहा कि उन्हें कोरोना हुआ तो था, लेकिन उनकी मौत नहीं हुई. इतना सुनते ही फोन करने वाले ने जांच करवाने की बात कही और फोन काट दिया.

22 अप्रैल को हो चुकी है मौत

दरअसल चंद्रशेखर को जो फोन आया था वह ठाणे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की तरफ से था. अपनी शंका को दूर करने के लिए चंद्रशेखर जोशी मुंसिपल कॉरपोरेशन के दफ्तर में गए, तो वहां उन्हें एक अधिकारी ने बताया कि सरकारी डेटा ICMR के मुताबिक वे 22 अप्रैल 2021 को कोरोना के चलते मर चुके हैं. वही इस बारे में नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप मालवी ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि यह टेक्निकल गलती के कारण हुआ है. भविष्य में ऐसी गलतियां न हो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे. फिलहाल चंद्रशेखर जोशी ने नगर निगम की इस गलती के बारे में शिकायत दर्ज करवा दी है.
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