आखिर एमडीयू रोहतक के छात्रों ने क्यों लिखा खून से पत्र, वजह हैरान करने वाली है

रोहतक : महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन ने अपनी मांगों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को जगाने को लेकर एक अलग ही तरीका खोजा है. छात्र नेता दीपक धनखड़ की अगुवाई में अपनी मांगों को लेकर खून से लिखा पत्र सीटीएम ज्योति मित्तल को सौंप दिया गया.

छात्रों द्वारा लिखे गए इस पत्र में राज्यपाल मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. जिसमें आगामी 20 जुलाई से शुरू होने वाली विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से करवाने की मांग की गई है.
इस बारे में जानकारी देते हुए छात्र नेता दीपक धनखड़ ने बताया कि प्रदेश और देशभर में कोरोना के चलते जो लोग डाउन लगाया गया था उस कारण शरीर शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं. स्कूल तथा कॉलेज काफी लंबे समय से बंद है. ऐसे में स्कूली विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए दसवीं तथा बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का सराहनीय फैसला सरकार ने किया था.
लेकिन एमडीयू प्रशासन द्वारा 20 जुलाई से विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं करवाई जानी सुनिश्चित हुई है. एमडीयू प्रशासन द्वारा 20 जुलाई से होने वाली परीक्षाओं को ऑफलाइन करवाने का निर्णय लिया गया है. छात्र नेता ने बताया कि फिलहाल अभी तक सभी छात्रों का कोरोना का टीकाकरण नहीं हुआ है. एमडीयू द्वारा यदि छात्रों की ऑफलाइन परीक्षा करवाई जाती हैं, तो विद्यार्थियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा. 
इसके अलावा कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं जो दूरदराज के इलाकों से आते हैं, उन्हें रहने के लिए हॉस्टल या पीजी लेना पड़ेगा. इस दौरान विद्यार्थियों की भीड़ तो बढ़ेगी साथ उनकी सुरक्षा को भी खतरा है. छात्र नेता ने कहा कि इस प्रकार से परीक्षाएं आयोजित करने से कोरोना की तीसरी लहर में एमडीयू प्रशासन का अहम योगदान रहेगा. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आगामी 20 जुलाई से होने वाली विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से करवाए जाने का ऑप्शन विद्यार्थियों को दिया जाए.
29.058775776.085601
Exit mobile version