हिसार नगर निगम में कूड़ा उठाने वालों ने की परेड, कमिश्नर ने महिला सफाईकर्मियों को बताया असली भारत माता

हिसार : नगर निगम हिसार द्वारा स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिंदल ज्ञान केंद्र में आयोजित इस कार्यक्रम में निगम मेयर गौतम सरदाना ने ध्वजारोहण किया। इस कार्यक्रम की खास प्रस्तुति निगम की महिला सफाई कर्मचारियों और कचरा ढोने वाले वाहन चालकों का सांस्कृतिक कार्यक्रम रहा। महिलाओं ने नाच-गाकर तो वाहन चालकों ने परेड करके कार्यक्रम में भागीदारी निभाई।
हिसार नगर निगम के स्वतंत्रता दिवस समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाली महिला सफाई कर्मियों के साथ मेयर और कमिश्नर। - Dainik Bhaskar

हरियाणवी लघु नाटक के माध्यम से नगर निगम के पौधारोपण अभियान से लेकर बेटियों की शिक्षा और खेलों में बेटियों के योगदान को दर्शाया गया। साथ ही देश के लिए शहीद होने वाले सैनिकों के जज्बे को प्रस्तुत किया गया। नगर निगम ने पहली बार आयाेजन किया। इससे पहले निगम का आयोजन जिला प्रशासन के साथ होता था।

कार्यक्रम में मेयर गौतम सरदाना ने कहा कि कोरोना काल में जान हथेली पर रखकर काम करने वाले सफाई कर्मचारियों व शहीद हुए कर्मचारियों को मेरा शत शत नमन। आज सांस्कृतिक प्रस्तुति करने वाले हमारे वहीं सफाई कर्मचारी हैं जो हर रोज सुबह शहर के जागने से पहले हाथ में झाडू उठाकर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में जुट जाते हैं।

शहर में नगर निगम का दर्जा एक मां समान है। नगर निगम का प्रत्येक सफाई कर्मचारी एक-एक शहरवासी के स्वास्थ्य का ध्यान रखता है। हमारे सफाई कर्मचारी हमारी शान हैं। कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा है लेकिन मुझे पूर्ण यकीन है कि नगर निगम के अधिकारी हो या सफाई कर्मचारी दिन रात जनसेवा करेंगे। पूर्व की तरह शहर के लोगों को महामारी से बचाएंगे।

निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि देश की आजादी के 74 साल बाद भी हमने खुद समाज के एक हिस्से को आजाद नहीं किया है। हमारी महिलाएं, बेटियां व बहुएं परिवार में व समाज में आजादी से कहीं भी आ जा नहीं सकती हैं। अपनी मर्जी से खेल कूद, पढ़ नहीं सकती हैं। भारत मां के इस हिस्से को पूर्ण रूप से आजादी आज भी महसूस नहीं होती है, जबकि देश की असली भारत माता ये महिलाएं ही हैं। महिला सफाई कर्मचारी तो सबसे बढ़कर असली भारत माता है।

सफाई करने से बड़ी देशभक्ति और कोई नहीं है। सफाई करना बहुत मेहनत का कार्य है। समाज के लोगों को गंदगी और बीमारियों से सफाई कर्मचारी बचाता हैं, जबकि धूल मिट्टी में काम करने के कारण ये खुद दमा जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। सफाई कर्मचारियों की औसत उम्र बाकी आबादी से कम है। ऐसे में इससे बड़ी देशभक्ति कोई और नहीं हो सकती है।

निगमायुक्त ने कहा कि समाज का सबसे महत्वपूर्ण कार्य सफाई करना है। कुछ लोग इसे छोटा कार्य समझते हैं। यह छोटा कार्य नहीं बल्कि असली देशभक्ति है। स्टेज पर मां और बेटियां एक साथ मिलकर प्रस्तुति दे रही थी। ऐसा मैंने पहली बार देखा है,जब एक मंच पर दो पीढ़ी मिलकर प्रस्तुति दे रही हो। जो बेहद खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि किसी भी महिला सफाई कर्मचारी ने आज पर्दा नहीं किया है, यह बड़ी अच्छी बात है।

महिलाएं पर्दा से बाहर आकर शिक्षित हो रही है। आज महिला कर्मचारियों की दो पीढ़ियां मंच पर एक साथ प्रस्तुति दे रही है। यही असली परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के बच्चों को विभिन्न विषयों की किताबें मुहैया करवाने की हमारी मुहिम चल रही है। जिसके लिए नगर निगम ने बुक बैंक बनाए है और वहां पर जाकर बच्चे स्कूल, कॉलेज, प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों के साथ कहानियां आदि की किताबें निशुल्क प्राप्त कर सकता है। शहरवासियों की ओर से अब तक 10 हजार किताबें निगम के बुक बैंक में दान की जा चुकी है।

कार्यक्रम में पर्यावरण को लेकर कार्य करने वाली सामाजिक संस्थाओं को सम्मानित भी किया गया। इनमें हमारा प्यार हिसार, हरि भरी वसुंधरा, ग्रीन हिसार फिट हिसार, ग्रीन ग्लोबल ग्रुप, सद्भावना संस्था, राइट टू क्लीन एयर, राधा कृष्ण बड़ा परिवार, पर्यावरण के लिए कार्य करने वाले पृथ्वी सिंह बिश्नोई, मिशन ग्रीन हिसार के तहत कार्य करने वाले राकेश अग्रवाल, बैंक में बेहतरीन योगदान देने पर त्रिलोक अग्रवाल, पौधारोपण को लेकर कार्य करने वाले चालक अजय को सम्मानित किया गया।

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