कैथल : राजस्थान के पुस्कर मेले (Pushkar Mela) में करोड़ों रुपयों की बोली पाने वाले सुल्तान (Sultan) की हार्ट अटैक(Heart Attack) से मौत हो गई। सुल्तान की मौत (Sultan Death) से पशु प्रेमियों में शोक की लहर व्याप्त है। उत्तर भारत (North India) के पशु मेल्रों में झंडे गाड़कर मेडल्र (Medal) जीतने वाले सुल्तान झोटे का सीमन लाखों रूपये में बिकता था। यहां बात की जा रही है हरियाणा (Haryana) के कैथल के एक झोटे (भेंसा) की, जिसकी कुछ दिन पहले दिल का दौरा पडते से मौत हुई है।
जिला कैथल के बुढ़ाखेड़ा गांव के सुल्तान (Sultan) ने केवल कैथल ही नही बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है। सुल्तान के मालिक नरेश (Naresh) का कहना है कि सुल्तान जैसा ना कोई था और शायद ना कोई होगा। उसी के वजह से आज पूरे उत्तरी हरियाणा (North India) में लोग हमें जानते हैं। नरेश ने सुल्तान (Sultan) को बचपन से बच्चे की तरह लाड-दुलार देकर पाला था, लेकिन उसके चले जाने के बाद परिवार में एक कमी सी महसूस हो रही है। खाली खूंटा नरेश (Naresh) को दुखी करता है। हर वक्त उसकी तस्वीरें और अवार्डों (Awards) को निहारते रहते हैं।
नरेश का कहना है कि सुल्तान के चले जाने का दु:ख इतना है कि उसकी याद दिल से जाती ही नहीं। अब कोशिश करेंगे कि किसी को परवरिश देकर उसके जैसा बनाएं लेकिन उसकी कमी तो पूरी नहीं होगी। नरेश ने बताया कि उनकी आंखों के सामने ही सुल्तान की दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से मौत हुई, जिसका दुख असहनीय (Unbearable) है। उनकी मौत (Death ) पर दुख जताने पशु प्रेमी दूर दूर से पहुंच रहे हैं।
लाखों में बिकता है सीमन
नरेश के मुताबिक, सुल्तान के सीमन से लाखों की कमाई होती थी। सुल्तान सालभर में 30 हजार सीमेन की डोज देता था जो लाखों रुपये में बिकती थी। सुल्तान मुर्राह नस्ल का भैंसा था, जिसकी उम्र लगभग 12 वर्ष की थी।
कई प्रतियोगिताओं में झंडा गाड़ा
सुल्तान वर्ष 203 में हुई राष्ट्रीय पशु सौंदर्य प्रतियोगिता में झज्जर, करनाल और हिसार में राष्ट्रीय विजेता भी रह चुका है। राजस्थान के पुष्कर मेले में एक पशु प्रेमी ने सुल्तान की कीमत 24 करोड़ रुपए लगाई थी। तब नरेश ने कहा था कि सुल्तान उसका बेटा है और बेटों की कोई कीमत नहीं हुआ करती। नरेश व उसके भाई सुलतान की देखभाल अपने बेटे की तरह ही करते थे।